मकर संक्रांति पर योगी आदित्यनाथ ने दलित के घर किया 'समता भोज'. (फाइल फोटो)
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के मतदान में एक महीने से कम समय बचा है और अब लगभग सभी बड़ी पार्टियां दलितों वोटरों को लुभाने की पूरी कोशिश करती दिखाई दे रही हैं. एक तरफ भाजपा की मौजूदा राज्य सरकार के खिलाफ “दलित विरोधी” होने के आरोप लग रहे हैं ,तो इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक दलित परिवार के साथ भोजन किया. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मकर संक्रांति के अवसर पर दलित अमृत लाल के घर ‘समता भोज' के तहत खिचड़ी खाकर विपक्ष पर निशाना साधा.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति करने वाले समाजिक न्याय के समर्थक नहीं हो सकते. उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार जिनके जीन का हिस्सा हो वह सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ सकते. सामाजिक न्याय यही है बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक तबके को शासन की योजना का लाभ मिले, उनके साथ सामाजिक और आर्थिक भेदभाव न हो.”
गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी तथा पार्टी के पांच अन्य विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इन सभी ने योगी सरकार पर दलितों और पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप लगाया है.
समता भोज के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा, “उप्र में समाजवादी पार्टी की सरकार के पूरे पांच साल के कार्यकाल में कुल 18,000 घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को दिए गए, जबकि वर्तमान भाजपा सरकार ने योजना के तहत गरीबों और वंचितों को 45 लाख घर दिए हैं. हमारे लिए यह सामाजिक न्याय है.”
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भाजपा से पहले उत्तर प्रदेश की सत्ता में रही समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार योगी आदित्यनाथ ने ज़ोरदार हमला करते हुए कहा, “जो लोग गरीबों का हक छीनते थे, डकैती डालते थे, पेशेवर अपराधियों को अपना शार्गिद बनाते थे जब वह पेशेवर माफिया और अपराधी प्रदेश के अंदर गरीबों के मकानों पर कब्जा करते थे, दलितों की बस्तियों पर कब्जा करते थे, बुलडोजर चलाते थे, उनकी जमीनों को जबरदस्ती हड़पने का काम करते थे तब इन लोगों के मुंह से आवाज नहीं निकलती थी.”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम जब विपक्ष में थे, तब भी लड़ाई लड़ते थे और आज अपराध मुक्त प्रदेश बनाकर सबको सुरक्षा और सबको विकास के साथ जोड़ने का काम किया है. ‘सबका साथ सबका विकास' का मंत्र ही सामाजिक न्याय का सही मंत्र है.”