हार्वर्ड प्रोफेसर गीता गोपीनाथ
जानी मानी अर्थशास्त्री और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर गीता गोपीनाथ को केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने उच्च आर्थिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। इस नियुक्ति को इसलिए भी हैरानी से देखा जा रहा है कि क्योंकि यह विजयन की पार्टी के सिद्धांत से ज़रा मेल खाती नहीं दिख रही है। अंग्रेज़ी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा 'हमारे लिए यह दुनिया की सबसे बड़ी अर्थशास्त्रियों में से एक है जिनकी जड़े केरल से जुड़ी हैं। विश्व अर्थव्यवस्था के बारे में उनसे राय लेने में क्या बुराई है? जब तक हमारी सोच स्प्ष्ट है, पार्टी लाइन से अलग होने का तो सवाल ही नहीं उठता।'
'नव उदारवादी समर्थक'
38 साल की गोपीनाथ की लेफ्ट के कुछ सदस्य 'नव-उदारवादी समर्थक' के तौर पर आलोचना कर रहे हैं। विजयन की पार्टी के साथ गठबंधन वाली सीपीआई के राज्य सचिव कणम राजेंद्रन का कहना है कि 'नव उदारतावाद अब घिसा पिटा हो गया है। हमें नहीं पता कि हार्वर्ड की इस प्रोफेसर ने भी क्या इस मुद्दे पर अपना पक्ष बदला है।' बता दें कि मई में कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार को बाहर का रास्ता दिखाकर सीपीएम की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार जनता द्वारा चुनी गई है।