प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज वाराणसी से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए परचा दाखिल करेंगे. इससे पहले वाराणसी में पीएम मोदी ने सोमवार को करीब 5 किमी लंबा रोड शो किया और फिर बाबा विश्वनाथ के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की. 2014 और 2019 में भी पीएम मोदी वाराणसी से चुनाव मैदान में थे और दोनों ही बार पीएम मोदी ने न सिर्फ वाराणसी में जीत दर्ज की बल्कि प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली. वाराणसी से एक बार फिर पीएम मोदी अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि 2014 और 2019 में कैसे काशी में लोकसभा चुनाव का परचा भरने पहुंचे थे PM मोदी.
चायवाला बना था प्रस्तावक
9 अप्रैल 2014 को वडोदरा से नामांकन दाखिल करने के दौरान बड़ौदा के पूर्व राजघराने की राजमाता शुभांगिनी गायकवाड़ के साथ ही नीलाबेन देसाई और भूपेंद्र पटेल के साथ ही एक चायवाले किरण मीहड़ा ने भी प्रस्तावक के रूप में मोदी के नामांकन पत्र पर साइन किया था. नरेंद्र मोदी खुली जीप में सवार होकर कीर्ति स्तंभ से रोड शो के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और अपना परचा दाखिल किया था.
'मां गंगा ने बुलाया है'
वहीं लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को साधने और बाबा विश्वनाथ की नगरी से मतदाताओं को बड़ा संदेश देते हुए नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2014 को अपना नामांकन दाखिल किया था. इस मौके पर उन्होंने कहा था कि पहले मुझे लगता था कि भाजपा ने मुझे यहां भेजा है, लेकिन फिर लगा कि मैं शायद काशी जा रहा हूं, लेकिन आज मुझे लग रहा है कि मुझे न किसी ने यहां भेजा है और न मैं यहां आया हूं, मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है. इस दौरान उन्होंने रोड शो किया था, जिसमें भारी भीड़ उमड़ी थी.
ये बने थे पीएम मोदी के प्रस्तावक
वहीं इस रोड शो की थीम मिनी इंडिया रखी गई थी, जिसमें सभी राज्यों के लोगों से उनके पारंपरिक कपड़े पहनकर आने के लिए कहा गया था. करीब दो किलोमीटर लंबे लंबे रोड शो के बाद वे नामांकन दाखिल करने कचहरी पहुंचे थे. रोड शो के दौरान उन्होंने सरदार पटेल, स्वामी विवेकानंद, भीमराव अंबेडकर और मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा का माल्यार्पण किया. गिरिधर मालवीय, शास्त्रीय गायक छन्नू लाल मिश्र, नाविक भद्रा प्रसाद निषाद और बुनकर अशोक कुमार नामांकन के दौरान नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव बने थे.
भाजपा नेताओं के साथ सहयोगी दलों के नेता भी रहे मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में भी वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया था. 26 अप्रैल 2019 को दाखिल नामांकन के वक्त भाजपा के आला नेताओं के साथ ही सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद रहे.
PM मोदी ने काशी के कोतवाल से ली थी अनुमति
नामांकन से पूर्व पीएम मोदी ने काशी के कोतवाल कहे जाने वाले भगवान काल भैरव के दर्शन किए थे और उनसे नामांकन की अनुमति मांगी थी. उन्होंने कहा भी था कि मैं काशी के कोतवाल से अनुमति लेकर नामांकन दाखिल करने आया हूं. नामांकन से एक दिन पूर्व पीएम मोदी के रोड शो के दौरान लोगों ने जमकर फूल बरसाए थे.
नामांकन के दिन इन नेताओं के छुए थे पैर
नामांकन के दिन पीएम मोदी ने पंजाब के नेता प्रकाश सिंह बादल और अन्नपूर्णा शुक्ला के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया था. पीएम मोदी के प्रस्तावकों में डोम राजा के परिवार के एक सदस्य के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता और समाजसेविका अन्नपूर्णा शुक्ला प्रस्तावक थीं.
रोड शो के दौरान लोगों ने जमकर बरसाए थे फूल
नामांकन से एक दिन पहले आयोजित रोड शो में पीएम मोदी ने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. इस दौरान उन पर इतने फूल बरसाए गए कि उनकी कार गुलाबी रंग की नजर आने लगी.
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर से कन्या कुमारी तक और काशी के घाट से पोरबंदर तक उत्साह का माहौल है. लोग खुद कह रहे हैं फिर एक बार मोदी सरकार.
2014 में पहली बार लड़ा था लोकसभा चुनाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था. इस दौरान पीएम मोदी ने वडोदरा से कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री को 5.70 लाख वोटों से हराया था. वहीं वाराणसी में पीएम मोदी ने 3.37 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. 2019 में पीएम मोदी वाराणसी में 4.75 लाख मतों के अंतर से जीते थे.
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