खरगे के '100 पार' वाले दावे में कितना दम? BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की कांग्रेस की सीटों की भविष्यवाणी

जेपी नड्डा ने कहा, "भारत की जनता ये मान चुकी है कि मोदी जी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है. उनके नेतृत्व में भारत विकास की ओर चल पड़ा है. इसलिए 2024 के चुनाव में 400 पार का नारा सही साबित होगा."

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नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) का फाइनल राउंड 1 जून को सातवें फेज की वोटिंग के साथ खत्म हो रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव में एनडीए के लिए 400 पार सीटों का टारगेट रखा है. अकेले बीजेपी को 370 सीटों का लक्ष्य मिला है. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की लीडरशिप में बीजेपी और उसके सहयोगी दल 400 पार के टारगेट को पूरा करने में जोर-शोर से जुटे हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों के INDIA अलायंस के सहयोगी दल भी बड़ी जीत का दावा कर रहे हैं. इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) को मिलने वाली सीटों की भविष्यवाणी की है.

NDTV के साथ शुक्रवार को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जेपी नड्डा ने कहा, "जैसे-जैसे कर्म होते हैं... वैसे-वैसे लोगों को डर लगता है... अगर आप डरे हुए हैं तो सपने में भी आपको डर ही लगता है. जो कर्म हैं, आपके वो तकलीफ दे रहे हैं. कांग्रेस को एनडीए के 400 पार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. 4 जून को हम गिनाकर दिखा देंगे कैसे 400 पार हुए. मैं कांग्रेस की भविष्यवाणी करता हूं. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पिछले नंबर के आसपास या उससे नीचे रहेगी."

2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 52 सीटें जीती थी. कई राज्यों में उसका खाता तक नहीं खुला था. यूपी की 80 सीटों में से सिर्फ रायबरेली सीट कांग्रेस को मिली. सोनिया गांधी ने यहां से जीत हासिल की थी. शनिवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि कांग्रेस को इस बार 128 सीटें मिलेंगी.

कांग्रेस को एग्जिट पोल से क्यों लगता है डर?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की 273 सीटों की भविष्यवाणी पर नड्डा ने कहा, "खरगे जी का आकलन अच्छा है. लेकिन कांग्रेस एग्जिट पोल से क्यों भाग रही है? कांग्रेस को उसके कर्म भगा रहे हैं. कांग्रेस ने लोगों को बरगलाया. गुमराह किया. फरेब किया और झूठ बोला. अब सच्चाई सामने आएगी, तो वो भागने लगे. कांग्रेस ऐसी प्लेयर है, जो अपांयर के फैसले से पहले विकेट उखाड़कर भागने लग जाते हैं.

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कांग्रेस का हाल नाच न जाने आंगन टेढ़ा जैसा 
कांग्रेस अक्सर बीजेपी पर ईवीएम और एग्जिट पोल मैनेज करने का आरोप लगाती है. इसपर नड्डा कहते हैं, "कांग्रेस का पुराना राग है, जो अलाप रही है. कांग्रेस का आरोप है कि हम ईवीएम भी मैनेज करते हैं. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट से कांग्रेस को कड़ी फटकार मिली, फिर भी वो बाज़ नहीं आती. कांग्रेस की हालत 'नाच न आवे आंगन टेढ़ा' जैसी हो गई है. अगर वो जीते तो सब ठीक लगता है. अगर हम जीते तो सब गलत ठहराते हैं."

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400 पार के दावे के पीछे कौन से मुद्दे?
400 पार के दावे के पीछे कौन से मुद्दे हैं, जिनके आधार पर जनता वोट करेगी? इसका जवाब देते हुए बीजेपी अध्यक्ष नड्डा कहते हैं, "मैं सारे देश में घूमा... 135 लोकसभा सीटें मैंने कवर की. एक बात स्पष्ट हो गई है कि भारत की जनता ये मान चुकी है और भरोसा है उन्हें कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है. उनके नेतृत्व में भारत विकास की ओर चल पड़ा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब और पीड़ित का विकास हुआ है. महिलाओं, युवाओं, दलितों और किसानों को उन्होंने सशक्त बनाया है."

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जेपी नड्डा ने कहा, "2014, 2019, और अब 2024 में मोदी जी की लोकप्रियता बढ़ी है. उनके प्रति विश्वास बढ़ा है. इसलिए हम ये मानते हैं कि हम दक्षिण में नहीं थे, वहां बढ़े हैं. हम पूर्व में नहीं थे. हम वहां आगे बढ़े हैं. यह बताता है कि बीजेपी का वोट शेयर भी बढ़ेगा और सीट शेयर भी बढ़ेगा."

नड्डा कहते हैं, "2014 में नरेंद्र मोदी को लेकर उम्मीदें थीं. 2019 में भरोसा था और 2024 में मोदी की गारंटी है. विपक्ष भी ये ही कह रही है. पहले उम्मीद थी, फिर भरोसा था और अब गारंटी है कि ईडी और सीबीआई उन्हें जेल में डाल देंगे." 

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इलेक्टोरल बॉन्ड में थी ट्रांसपिरेंसी
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर कांग्रेस बीजेपी को घेरती है. इसपर नड्डा ने कहा, "चुनावी बॉऩ्ड हमने नहीं किया. ये संसद से पास हुआ. सारी चीजें आपके सामने है. सबने मिलकर एक्ट बनाया है. इस व्यवस्था के तहत यह काम हुआ है. इलेक्टोरल बॉन्ड में ट्रांसपिरेंसी रखी गई थी. किसने कितना चंदा दिया, सबकी डिटेल थी. ट्रांसपिरेंसी थी, तभी तो लोग आज इसपर बात कर पा रहे हैं. नई सरकार आने पर पीएम मोदी जी देखेंगे कि इसपर क्या करना है."

कम वोटर टर्नआउट रहने की क्या वजहें हैं?
नड्डा ने कहा, "देश में कोई एंटी इंकमबेंसी नहीं है. अगर आप दोनों चुनावों के आंकड़ों को उठाकर देखें, तो 2019 के पहले और दूसरे फेज और 2024 के पहले-दूसरे फेज में BJP की सीटें ज्यादा हैं. चुनाव को लेकर उदासीनता बीजेपी के समर्थकों में नहीं, बल्कि कांग्रेस के वोटर्स में है. वही वोट डालने नहीं आ रहा. समाजवादी पार्टी के समर्थकों में भी उदासीनता है. उन्हें समझ में आया कि जाना क्यों है? किसके लिए जाना है? क्योंकि चुनाव तो एकतरफा है. BJP के वोटरों में चुनाव और तीसरी बार मोदी सरकार को लेकर जबरदस्त उत्साह है. जिन सीटों पर मुकाबला ही नहीं था. जाहिर तौर पर वहां वोटर टर्नआउट कम रहा."


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हिमाचल में अपने कर्मों से जाएगी कांग्रेस की सरकार
ऐसा कहा जा रहा है कि चुनाव के नतीजों के बाद हिमाचल में भी सरकार पलटने वाली है? विपक्ष के इन दावों पर नड्डा ने कहा, "हिमाचल में सरकार पलटने का सवाल बीजेपी का नहीं है. वहां सरकार तो खुद अपने वजन से गिर रही है. वहां सरकार तो कांग्रेस की है और राज्यसभा के सदस्य BJP के हैं. विधायकों को तोड़ने का आरोप बेबुनियाद है. हम किसी को जबरदस्ती पकड़कर नहीं लाते. क्या कांग्रेस कभी समझेगी कि जो लोग 40-40 साल पार्टी में रहे, उन्होंने साथ क्यों छोड़ा? कांग्रेस से एक परिवार नहीं संभलता. ऐसी स्थिति तो होगी ही. कांग्रेस ने जिनका ख्याल नहीं रखा आज वो BJP के कमल पर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस को वास्तव में उसके कर्म डरा रहे हैं. हिमाचल में अगर सरकार गिरी, तो वो अपने वजन और अपने कर्म से गिरेगी. उसे गिराने की जरूरत नहीं है."

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