नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें शपथ दिलाई. इस मौके पर आयोजित समारोह में पीएम मोदी के साथ ही कई मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की. इनमें से कुछ ऐसी शख्सियत हैं, जो पिछली बार भी मोदी सरकार में मंत्री थे और इस बार भी पीएम मोदी ने उन पर विश्वास जताया है. ये सभी मोदी सरकार के ऐसे मंत्री रहे हैं, जिनके बेहतरीन काम और विजन की जबरदस्त चर्चा थी. इनके काम को देखते हुए इनका मंत्री बनना तय माना जा रहा था.
एस जयशंकर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में विदेश नीति की काफी चर्चा रही. यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाना हो या फिर इजरायल और हमास युद्ध के दौरान भारत का रुख, विदेश मंत्री एस जयशंकर के काम की जमकर तारीफ हुई. साथ ही विदेशों में भारतीय पक्ष को शानदार ढंग से रखने के लिए आम लोगों में भी जयशंकर काफी लोकप्रिय हो चुके हैं. ऐसे में पीएम मोदी ने उन्हें एक बार फिर मंत्री बनाया है.
जयशंकर राज्यसभा सांसद हैं. जनवरी 2015 से जनवरी 2018 के बीच जयशंकर देश के विदेश सचिव के रूप में सेवाएं भी दे चुके हैं. नटवर सिंह के बाद जयशंकर ऐसे दूसरे राजनयिक हैं, जिन्होंने भारत के विदेश मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की.
नितिन गडकरी
सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का बेबाक अंदाज और शानदार काम मोदी सरकार में लोगों को बेहद पसंद आया था. पिछले दस सालों में देश के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम हुआ है और इसे लेकर नितिन गडकरी को श्रेय दिया जाता है.
पीएम मोदी के अपने पिछले दोनों कार्यकाल के दौरान नितिन गडकरी ने मंत्री पद संभाला है. भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी को आरएसएस का करीबी माना जाता है. साथ ही गडकरी भाजपा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
इस बार नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा सीट से 1,37,603 वोटों से कांग्रेस के विकास ठाकरे को हराकर संसद में पहुंचे हैं. ऐसे में उन्होंने इस बार भी मंत्री पद की शपथ ली है.
अश्विनी वैष्णव
भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी से राजनेता बने अश्विनी वैष्णव ने रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी के मंत्रालय की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है. रेल मंत्री रहते बालासोर हादसे के वक्त उन्होंने दो दिन से ज्यादा घटनास्थल पर बिताए थे, जो उनके काम के प्रति समर्पण को दर्शाता है.
साथ ही वंदे भारत ट्रेनों से वर्ल्डक्लास रेलवे स्टेशन तक ऐसे बहुत से काम हैं, जो अश्विनी वैष्णव के कार्यकाल में शुरू हुए और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.
साथ ही देश में स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप की जरूरत को लेकर भारत की मुहिम वैष्णव के कार्यकाल में ही पहली बार अंजाम तक पहुंचती नजर आ रही है. भारत में तीन सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने की दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ा है.
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