- पश्चिम बंगाल के सुंदरबन में वन विभाग की टीम ने एक बाघ को सुरक्षित पकड़कर नदी में छोड़कर जंगल में रिहा किया.
- मछुआरों द्वारा बाघ के पैरों के निशान मिलने पर वन विभाग और भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट ने बाघ का रेस्क्यू किया.
- बाघ को पकड़ने के बाद वन विभाग की टीम ने पूरी सुरक्षा के साथ उसे नदी में छोड़ा, जहां से वह तैरकर जंगल की ओर चला गया.
पश्चिम बंगाल के सुंदरबन में बचाए गए एक बाघ को रिहा कर दिया गया है. रिहाई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया. वायरल वीडियो में वन विभाग की टीम सेफ्टी के साथ बाघ को नदी में छोड़ती हुई दिखाई दे रही है. दरअसल कुछ मछुआरों ने नदी के किनारे बाघ के पैरों के निशान देखे थे, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी वन विभाग की टीम को दी.
वन विभाग की टीम ने किया ट्रैक
सूचना मिलने के बाद भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट (WTI) और वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रैक करना शुरू किया. काफी मेहनत करने के बाद टीम को बाघ धान के खेतों और झाड़ियों में छिपा हुआ मिला. बाघ को सुरक्षित रूप से पकड़ने के लिए टीम ने ट्रैंक्विलाइजर गन का इस्तेमाल किया, जिससे बाघ बेहोश हो गया और टीम ने आसानी से उसे पकड़ा.
बाघ ने तैरकर पार की नदी
पकड़ने के बाद ये वीडियो आगे की कहानी बयां कर रही है. वन विभाग ने पूरी सेफ्टी के साथ इस बाघ को वापिस सुंदरबन के जंगलों में छोड़ दिया. वीडियो में आप देख सकते हैं कि बाघ को जाल के सहारे नदी में छोड़ने के बाद कैसे उसने छलांग मारी और वो तैर कर जंगल की तरफ जा रहा है. इस पूरे रेस्क्यू के बाद टीम ने एक दूसरे साथी की मेहनत के लिए तालियां बजाईं.
रेस्क्यू कर वन विभाग ने जीता सभी का दिल
इस पूरे मामले से पता चलता है कि वन विभाग पूरी मुस्तैदी के साथ वन्यजीवों की रक्षा में लगा हुआ है. साथ ही ये पूरी मेहनत बाघों की आबादी को बचाने के प्रयासों में एक जरूरी कदम है. बताते चलें कि सुंदरबन दुनिया का एकमात्र मैंग्रोव वन है जो रॉयल बंगाल टाइगर्स का घर है.