छत्तीसगढ के बस्तर क्षेत्र के सुकमा जिले में नदी और नाले उफान पर है. ऐसे हालात में स्थानीय लोग खतरे का सामना करते हुए नदी को पार करते हैं. ऐसी कोशिश में सबसे हैरान करने वाली तस्वीर वो है जिसमें बच्चों को बड़े-बड़े बर्तनों में रखकर नदी पार करवाई जा रही है.यह तस्वीर बस्तर के सुकमा क्षेत्र से सामने आयी है.नाव या अन्य साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों के द्वारा कामचलाऊ व्यवस्था की गयी है. ग्रामीण बच्चों के लिए नाव के तौर पर बड़ी-बड़ी कड़ाही का उपयोग कर रहे हैं. यह व्यवस्था काफी खतरनाक है, इसमें किसी भी क्षण दुर्घटना होने की संभावना रहती है.
जानकारी के अनुसार भारी बारिश के कारण बस्तर के करीब 200 गांवों का संपर्क अन्य हिस्सों से टूट गया है. छत्तीसगढ़ को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर यातायात ठप हो गया है.गोदावरी और शबरी में जलस्तर बढ़ने से हाईवे का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है. बीजापुर के 85 गांवों के करीब 20,000 लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं.सरकार ने बस्तर में 18 और बीजापुर में 53 राहत शिविर खोले हैं. बस्तर के 51 गांवों के करीब 12,000 लोग बारिश और बाढ़ से प्रभावित हैं; जगदलपुर में 6,400 लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
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