शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह और राघव चड्ढा का जिक्र किया है, लेकिन आरोपी या अभियुक्त के रूप में नहीं. इस चार्जशीट में अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप प्रमुख के अलावा संजय सिंह और राघव चड्ढा जैसे पार्टी के अन्य नेताओं के नाम का जिक्र है. मनीष सिसोदिया के घर पर हुई एक बैठक को लेकर गवाहों के बयानों में राघव चड्ढा के नाम का जिक्र है.
एक बयान जारी कर राघव चड्ढा ने उन मीडिया रिपोर्टों की निंदा की है, जिन्होंने उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में एक आरोपी बताया है . राघव चड्ढा ने इस मामले पर बयान जारी कर कहा कि सबसे पहले मैं ये साफ करना चाहता हूं कि सुबह से जो भी रिपोर्ट किया जा रहा है, वो ग़लत और भ्रमात्मक है. ED की चार्जशीट में मेरा नाम गवाह या आरोपी के नाम पर नहीं है, लेकिन फिर भी सुबह से मेरा नाम चलाया जा रहा है जो कि तथ्यात्मक ग़लत है, मेरे नाम और छवि को खराब कराने के लिए ऐसा किया जा रहा है. मैं इस मामले में ना गवाह हूं, ना ही आरोपी, मेरा पक्ष जाने बिना ऐसी खबर चलाई गई, इसके पीछे राजनीतिक कारण है. एक किसी बैठक का जिक्र है कि मैं वहां था. लेकिन एक बार फिर से बता दूं कि मामले में ना तो अभियुक्त हूं, ना ही गवाह या संदिग्ध.
बता दें कि शराब घोटाले के मामले में मनीष सिसोदिया को फरवरी में गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली की नई शराब नीति तैयार करने और लागू करने के मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर ये मामला दर्ज किया गया है, हालांकि मामला सुर्खियों में आने के बाद नई शराब नीति को रद्द कर दिया गया था.
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