कैश फॉर टिकट केस: AAP विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी और राजेश गुप्ता से ACB ने की पूछताछ

टिकट नहीं मिलने से नाराज आप की कार्यकर्ता शोभा खारी और उनके पति गोपाल खारी ने ACB से MLA त्रिपाठी, उनके कथित साले ओम सिंह, PA और साथी प्रिंस रघुवंशी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. ACB मामले की हर तरह से जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि कहीं इस तरह से और भी लोगों से पैसे तो नहीं लिए गए.

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गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से मॉडल टाउन से AAP एमएलए अखिलेश पति त्रिपाठी का एक रिश्तेदार और एक पीए हैं.
नई दिल्ली:

दिल्ली एमसीडी इलेक्शन को लेकर कैश फॉर टिकट केस में फंसे आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी और राजेश गुप्ता से एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को दूसरे राउंड की पूछताछ की. दिल्ली के मॉडल टाउन से AAP विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी को ACB ने सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया था. MLA त्रिपाठी पर MCD चुनाव में पार्षद का टिकट दिलाने के बदले 90 लाख रुपये की मांग करने का आरोप है.

दिल्ली में नगर निगम चुनाव (एमसीडी) में पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप में पुलिस की एंटी करप्शन ब्रांच ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से मॉडल टाउन से AAP एमएलए अखिलेश पति त्रिपाठी का एक रिश्तेदार और एक पीए हैं.

टिकट नहीं मिलने से नाराज आप की कार्यकर्ता शोभा खारी और उनके पति गोपाल खारी ने ACB से MLA त्रिपाठी, उनके कथित साले ओम सिंह, PA और साथी प्रिंस रघुवंशी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. ACB मामले की हर तरह से जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि कहीं इस तरह से और भी लोगों से पैसे तो नहीं लिए गए.

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इससे पहले MLA अखिलेश पति त्रिपाठी ने मीडिया से भी बातचीत की और बताया कि मामले में गिरफ्तार ओम सिंह उनके रिश्तेदार नहीं हैं. उनकी पत्नी का उपनाम पांडेय है. MLA ने शिकायत करने वाली शोभा खारी के पति गोपाल खारी एक एजेंट बताया और कहा कि वह करीब 50 मामलों में शामिल रहा है. साथ ही कम से कम 10 लोगों को रेप के मामलों में फंसा चुका है. उसके खिलाफ कम से कम 50 मामले दर्ज हैं.

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दरअसल, शोभा खारी ने दिल्ली में कमला नगर के वार्ड 69 से पार्षद का टिकट मांगा था. विधायक त्रिपाठी और उसके साथियों ने इसके बदले में 90 लाख रुपये मांगे थे. बताया जा रहा है कि ये डील 9 नवंबर को हुई थी. डील के मुताबिक 55 लाख एडवांस और 35 लाख लिस्ट में नाम आने के बाद देना था. 12 नवंबर को जारी लिस्ट में जब नाम नहीं आया तो MLA त्रिपाठी ने शोभा को पैसे वापस करने की बात कही.

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इस पर त्रिपाठी ने पैसे वापस करने की बात कही. इस बीच शोभा ने पैसे लेने वाली बात की शिकायत ACB से कर दी और सबूत के तौर पर डीलिंग के ऑडियो और वीडियो भी पुलिस को सौंपे दिए. जब विधायक के साथी उसे पैसा लौटाने गए. तब ACB ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

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यही नहीं, इस मामले में वजीरपुर के AAP विधायक राजेश गुप्ता पर भी आरोप है. शोभा खारी के बताया कि उसने 35 लाख रुपये अखिलेशपति त्रिपाठी और 20 लाख रुपये वजीरपुर MLA राजेश गुप्ता को रिश्वत के तौर पर दिए हैं. हालांकि, राजेश गुप्ता पर अभी तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है.

 एसीबी की टीम ने 15 और 16 नवंबर को ट्रैप लगाकर गोपाल खारी के घर से तीनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एसीबी के मुताबिक उस वक्त आरोपी 35 लाख में 33 लाख रुपये वापस करने आए थे.

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