उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार (UP Cabinet Expansion) हुआ. राजभवन में कुल चार मंत्रियों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनमें से दो मंत्री भाजपा से और दो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल से हैं. शपथ लेने वाले नए मंत्रियों में भाजपा से दारा सिंह चौहान और सुनील शर्मा शामिल हैं. वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और राष्ट्रीय लोकदल से अनिल कुमार ने भी शपथ ग्रहण की. राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में चारों को कैबिनेट मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्री पद की शपथ लेने वालों को बधाई दी है. उन्होंने एक एक्स पोस्ट में कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार में आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी साथियों को हार्दिक बधाई! पूर्ण विश्वास है कि आप सभी 'मोदी की गारंटी' को धरातल पर उतारते हुए 'विकसित उत्तर प्रदेश' के संकल्प की सिद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. आप सभी के उज्ज्वल कार्यकाल के लिए मेरी मंगलमय शुभकामनाएं!"
बसपा और सपा में भी रह चुके हैं दारा सिंह
दारा सिंह चौहान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बसपा से की थी और 2015 में बीजेपी में शामिल हो गए थे. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली पहली सरकार में वन मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मंत्री पद और भाजपा से इस्तीफा देकर सपा का दामन थाम लिया और 2022 में वह मऊ जिले की घोसी से विधानसभा सदस्य चुने गये थे. बाद में वह सपा और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में लौट आए. घोसी उपचुनाव चौहान के इस्तीफे के कारण आवश्यक हो गया था. सितंबर 2023 में दारा सिंह चौहान घोसी उपचुनाव में सपा के सुधाकर सिंह से 42,759 वोटों के अंतर से हार गए थे और इसके बाद भाजपा ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया था. घोसी से पहले वह मधुबन विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे. लोनिया समाज में उनकी अच्छी पकड़ है और घोसी लोकसभा सीट पर इस समाज का खासा प्रभाव है.
दूसरी बार जीते विधायक को बनाया मंत्री
सुनील कुमार शर्मा पेशे से वकील हैं. गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट से BJP से लगातार दूसरी बार जीते हैं. 2017 के चुनाव में सुनील शर्मा को कुल 2 लाख 62 हजार 741 वोट मिले थे और उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को 1 लाख 50 हजार 685 वोटों के अंतर से हराया था.
RLD के कोटे से अनिल कुमार को मंत्री बनाया गया है. अनिल कुमार मुजफ्फरनगर के पुरकाजी सुरक्षित सीट से विधायक हैं. वह RLD से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं. RLD ने दलितों को साधने के लिए अनिल का नाम आगे किया है.
पूर्वांचल के कुछ हिस्सों में राजभर का प्रभाव
वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद 16 जुलाई 2023 को राजग में अपनी वापसी की घोषणा की थी. शाह ने अपनी मुलाकात की एक तस्वीर साझा की और सुभासपा के संस्थापक-नेता का राजग में स्वागत किया था.
2022 के उप्र विधानसभा चुनाव में राजभर का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को 'पूर्वांचल' के कुछ हिस्सों में भाजपा के अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन का एक महत्वपूर्ण कारण माना गया था. राजभर ने 2017 में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में उनके रिश्ते खराब हो गये थे और उन्होंने योगी सरकार से इस्तीफा दे दिया था. राजभर ने 2022 में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा.
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