इस साल का बजट हर मामलों में एक उम्दा बजट है. इसे वाकई 'उम्मीदों का बजट' कहा जा सकता है. बजट 2024 में सभी सेक्टर और कैटेगरी के लिए कुछ न कुछ दिया गया है. इसे देश के लॉन्ग टर्म डेवलपमेंट को फोकस में रखते हुए तैयार किया गया है.
पूर्वानुमान, निरंतरता और स्थिरता एक अच्छी सरकार की पहचान है. ये सभी चीजें बजट 2024-25 में देखने को मिली. बजट में वित्त मंत्री ने रोजगार सृजन पर खासा जोर दिया है. इससे ज्यादा से ज्यादा नौकरियां पैदा होंगी. ये नौकरियां ज्यादातर एग्रीकल्चर सेक्टर में पैदा होंगी, जहां अभी तक कम पेमेंट मिलता है.
बजट के बाद शेयर बाजार हुआ क्रैश, सेंसेक्स 1200 अंक लुढ़का, निफ्टी में 400 अंकों की भारी गिरावट
इसलिए आपको एक बड़ी आबादी को एग्रीकल्चर सेक्टर से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ओर शिफ्ट करने की जरूरत है. यह बजट मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियां पैदा करने का काम करेगा. क्योंकि यह एम्प्लॉयर (नौकरी देने वाले) और एम्प्लॉयी (नौकरी करने वाले) दोनों को फायदा पहुंचाता है.
सरकार ने बजट में युवाओं पर अ्छा खासा फोकस रखा है. 500 टॉप कंपनियों में 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप दिया जाएगा. इंटर्नशिप के दौरान हर महीने 5 हजार रुपये का स्टाइपेंड मिलेगा. जबकि हायर एजुकेशन के लिए जिन छात्रों को सरकारी स्कीम्स से लोन नहीं मिल रहा है, उन्हें 10 लाख तक का लोन मिलने में मदद मिलेगी. इस तरह सालाना लोन पर ब्याज का 3% पैसा सरकार देगी.
बजट में 25 लाख युवाओं को स्किल डेवलपमेंट करने के लिए ITI को फिर से तैयार किया जाना है. साथ ही महिलाओं के स्किल्स पर फोकस करने के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाएं बनाई जानी हैं. इस तरह सरकार स्किल डेवलपमेंट को पूरी तरह से नया आयाम दे रही है.
मैं नंबर गेम में भरोसा नहीं करता. इसलिए बजट को रेटिंग नहीं दूंगा. लेकिन कुल मिलाकर यह एक बेहतरीन बजट है. यह आज का बजट नहीं, बल्कि भारत के लॉन्गटर्म डेवलपमेंट का बजट है. यह रोजगार के साथ विकास पर फोकस करने वाला बजट भी है. यह एक प्रगतिशील और व्यावहारिक बजट है.
(अमिताभ कांत वर्तमान समय में भारत के G20 शेरपा हैं. वो NITI आयोग के CEO भी रह चुके हैं.)