एक दो साल की बच्ची परिवार के पांच सदस्यों के शवों के साथ तीन दिनों तक जीवित रही. बेंगलुरु (Bengaluru) स्थित घर में कथित तौर पर परिवार के सदस्यों ने आत्महत्या (Suicide) कर ली थी. हालांकि एक नौ महीने के बच्चे की भूख के कारण मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को दो साल की बच्ची को बचा लिया गया. एच शंकर पांच दिनों के बाद अपने घर लौटे तब जाकर उन्हें परिवार के दुखद अंत का पता लगा, सिर्फ उनकी पोती जीवित थी.
पुलिस अधिकारी संजीव एम पाटिल के मुताबिक, "हमें पता लगा कि अंदर पांच शव थे. एक बच्ची जीवित मिली. हमें अभी मौत के कारणों का पता नहीं चला है, हमने बच्चे को बचा लिया है." उन्होंने कहा, "जब तक शव मिले, वे सड़ने लगे थे."
पुलिस के मुताबिक, एच शंकर पांच दिन पहले घरेलू कलह के बाद गुस्से में घर से बाहर चले गए थे. पुलिस को बताया गया कि उसकी अपनी बेटी के साथ कहासुनी हुई थी. जिसने अपने ससुराल वालों को उनके साथ रहने के लिए छोड़ दिया था.
शंकर ने परिवार को कई फोन कॉल किए. कोई जवाब नहीं मिलने के बाद वह लौट आए और अपनी पत्नी और 27 वर्षीय बेटे और दो बेटियों को छत की दीवार से लटका हुआ पाया.
पुलिस ने कहा कि उनके नौ महीने के पोते की भी कथित तौर पर भूख से मौत हो गई. दो साल की बच्ची चमत्कारिक रूप से बच गई है और उसे जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है.
(अगर आपको सहायता की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं)
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