हाल ही में हथिनी 'जैमलयथा' से जुड़ी एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. जिसमें एक मंदिर में कथित तौर पर उसे प्रताड़ित किया जा रहा था. वीडियो सामने आने के बाद अब असम सरकार एक्शन में आ गई है और वन, पशु चिकित्सा और पुलिस अधिकारियों की एक टीम का गठन किया है. जो कि मामले की जांच के लिए तमिलनाडु जाएगी. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर लिखा, हम जानवरों के साथ किसी भी तरह की क्रूरता के खिलाफ हैं. इसलिए, तमिलनाडु में असम की एक हथिनी 'जैमलयथा' के साथ दुर्व्यवहार की खबरों ने हमें पीड़ा दी है. मामले पर चर्चा करने के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्री की उपस्थिति में वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.
एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने लिखा कि, वन, पशु चिकित्सा और पुलिस अधिकारियों को मिलाकर 4 सदस्यीय टीम का गठन किया. टीम 2 सितंबर को तमिलनाडु का दौरा करेगी और वहां वन विभाग के अधिकारियों के साथ इस मामले पर चर्चा करेगी, हथिनी का निरीक्षण करेगी और असम लौटने का मार्ग प्रशस्त करेगी.
दरअसल पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) ने 26 अगस्त को हथिनी जैमलयथा की वीडियो शेयर की थी. जो कि तमिलनाडु के एक मंदिर की थी. वी़डियो में हथिनी जैमलयथा को महावत बुरी तरह से प्रताड़ित कर रहा था. वीडियो ट्वीट करते हुए पेटा ने लिखा था, हथिनी जैमलयथा पर लगातार जुल्म हो रहे हैं और इस बार उनकी त्वचा को प्लास से नोचा जा रहा है. ये ट्वीट असम के सीएम सहित कई लोगों को टैग किया गया था.
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