केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को कहा कि गुजरात के राजकोट शहर के पास स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अक्टूबर तक पूरी तरह से तैयार होने की संभावना है, क्योंकि अब तक 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. मांडविया ने परियोजना की प्रगति का जायजा लेने के लिए दिन में यहां एम्स का दौरा किया. उन्होंने कहा कि एम्स का बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) पहले से ही काम कर रहा है, जबकि अगस्त में 150 बिस्तरों वाला इनडोर अस्पताल और सितंबर में 250 बिस्तरों की सुविधा शुरू की जाएगी. मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्थापित हो रहे 16 एम्स में से एक राजकोट में है.
मांडविया ने कहा, "एम्स-राजकोट का कम से कम 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और ओपीडी शुरू हो चुकी है. चिकित्सा उपकरणों की खरीद की प्रक्रिया तेज गति से जारी है और इस वर्ष अक्टूबर तक सभी कार्यों को पूरा करने की योजना है."
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने आखिरी बार मार्च में एम्स का दौरा किया था, तब वहां पर सिर्फ 800 श्रमिक काम करते थे और अब यह संख्या बढ़कर 2,000 हो गई है.
एम्स राजकोट 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा जिसमें मल्टी स्पेशियलिटी और सुपर-स्पेशियलिटी विभाग होंगे. संस्थान का निर्माण 1,195 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है.
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