दिल्ली की तर्ज पर पंजाब की AAP सरकार ने शुरू की मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना

पंजाब सरकार ने पहले चरण में 40 करोड़ रुपये की लागत से 53,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं को अमृतसर साहिब, पटना साहिब, मथुरा-वृंदावन, अजमेर शरीफ आदि की तीर्थ यात्रा कराने की तैयारी की है.

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पंजाब:

दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में भी मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना शुरू की गई है. सिखों के पहले गुरु, गुरुनानक देव जी के जन्म दिवस प्रकाश पर्व के मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सीएम मान के अपने विधानसभा क्षेत्र धुरी में आयोजित विशेष कार्यक्रम में पहले दोनों मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों को संबोधित किया और फिर बसों को हरी झंडी दिखाई.

इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, "दिल्ली की ही तरह पंजाब में भी अब ये योजना शुरू की गई है. इसके तहत आना-जाना, खाना और रहना सब मुफ्त है और सरकार की तरफ से दिया जा रहा है. साथ ही यात्रा के दौरान अगर किसी की तबीयत खराब हो तो उसके लिए ट्रेन में ही डॉक्टर की भी व्यवस्था की गई है."

दिल्ली से विशेष रूप से इस कार्यक्रम के लिए संगरूर के धुरी पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि '75 साल में पहली बार कोई सरकार आई है जो लोगों को मुफ़्त में तीर्थ यात्रा करवा रही है.'

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योजना की शुरुआत श्रद्धालुओं को महाराष्ट्र के नांदेड़ में तख्त श्री हजूर साहिब के दर्शन के लिए भेजने से हुई है. नांदेड़ के तख्त श्री हजूर साहिब की सिख समाज में विशेष मान्यता है. सिखों के 5 तख्त हैं, जिनमें नांदेड़ का तख्त श्री हजूर साहिब अहम स्थान रखता है. सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष यहीं बिताए थे और यहीं पर उन्होंने देह त्याग किया था.

मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना दिल्ली में 4 साल से लागू है. दिल्ली में अब तक इस योजना से करीब 82,000 लोगों ने लाभ उठाया है और तीर्थ यात्रा की है.

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पंजाब सरकार ने पहले चरण में 40 करोड़ रुपये की लागत से 53,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं को अमृतसर साहिब, पटना साहिब, मथुरा-वृंदावन, अजमेर शरीफ आदि की तीर्थ यात्रा कराने की तैयारी की है.

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