Benefits Of Trikonasana : योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अहम हिस्सा है और हर आसन का अपना अलग महत्व होता है. उन्हीं में से एक है त्रिकोण आसन, जिसे इंग्लिश में Triangle Pose कहा जाता है. यह आसन दिखने में जितना आसान लगता है, असर में उतना ही ज्यादा होता है. अगर आप भी अपने शरीर में किसी तरह की परेशानी महसूस करते हैं या किसी समस्या से पीड़ित है तो आपको अपनी दिनचर्या में योगासनों को शामिल करना चाहिए. जिससे आप फिट और हेल्दी बने रहें. आज बात कर रहे हैं त्रिकोण आसन की यह शरीर को खोलने, खिंचाव देने और संतुलन बनाने का बेहतरीन तरीका है. आइए जानें इसे कैसे करें और इसे करने से क्या फायदे हैं साथ ही जानेंगे किन्हें ये आसन करने से बचना चाहिए?
त्रिकोण आसन करने का तरीका | Trikonasan Karne ka Treeka
1. सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों को तीन से चार फीट दूर ले जाएं.
2. दाहिने पैर को बाहर की तरफ पूरा घुमाएं और बाएं पैर को हल्का अंदर की ओर करें.
3. अब दोनों हाथों को कंधों के बराबर फैला लें, हथेलियां नीचे की तरफ हों.
4. धीरे-धीरे दाईं ओर झुकते हुए दाहिने हाथ को नीचे ले जाएं - जहां तक आराम से पहुंच पाएं - और बाएं हाथ को ऊपर की ओर सीधा रखें.
5. आपकी नजर ऊपर की तरफ, ऊपरी हाथ की उंगलियों की ओर होनी चाहिए.
6. कुछ देर इसी स्थिति में रुकें, गहरी सांस लेते रहें.
7. अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए वापस सीधा खड़े हो जाएं.
8. यही प्रक्रिया बाईं ओर भी दोहराएं.
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पाचन ठीक करता है - पेट की तरफ खिंचाव आने से पाचन तंत्र बेहतर काम करने लगता है.
त्रिकोण आसन से होने वाले फायदे | Trikonasana ke Fayde
1. रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है - यह आसन रीढ़ को लचीलापन देता है और लंबे समय तक बैठे रहने वाले लोगों के लिए फायदेमंद है.
2. पाचन ठीक करता है - पेट की तरफ खिंचाव आने से पाचन तंत्र बेहतर काम करने लगता है.
3. जांघों और टांगों को मजबूत करता है - इस आसन से पैरों में खिंचाव आता है, जिससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
4. मेंटल स्ट्रेस कम करता है - जब आप ध्यान से सांसों पर ध्यान देते हैं, तो मन शांत होता है.
5. शरीर का संतुलन अच्छा होता है - यह आसन शरीर को स्थिर और मजबूत बनाता है.
कब और कितनी बार करें | Kab Karna Chaiye Yoga
इस आसन को सुबह खाली पेट करना सबसे अच्छा होता है. अगर सुबह न कर पाएं, तो खाने के कम से कम 3 घंटे बाद करें. रोज़ाना 2 से 3 बार दोनों तरफ से करना काफी होता है.
त्रिकोण आसन को करते समय ध्यान रखने वाली बातें
- झुकते वक्त पीठ को मोड़ना नहीं है, उसे सीधा रखना है.
- अगर पहली बार कर रहे हैं तो नीचे हाथ को ज़मीन पर रखने की बजाय पैर पर रखें.
- संतुलन बनाना ज़रूरी है, इसलिए दोनों पैरों का दबाव बराबर होना चाहिए.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)