नौ रातों तक मनाया जाने वाला त्योहार नवरात्रि, हिंदू संस्कृति में बहुत महत्व रखता है. शारदीय नवरात्रि आने वाली हैं और सभी जानना चाहते हैं कि अक्टूबर में नवरात्रि कब हैं? या शारदीय नवरात्रि कब से शुरू हो रही हैं. तो आपको बता दें इस बार नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होने जा रही है और समापन 24 अक्टूबर को होगा. नवरात्रि के दौरान भक्त देवी दुर्गा की कृपा पाने के लिए उपवास रखते हैं. नवरात्रि के दौरान उपवास में खाने से परहेज करना और एक अलग डाइट प्लान को फॉलो करना शामिल है. एक चीज जो नवरात्रि उपवास में खासतौर से शामिल की जानी चाहिए वह है देसी घी. नवरात्रि फास्टिंग के दौरान देसी घी का सेवन न केवल एक परंपरा है, बल्कि ये स्वास्थ्य के लिए भी कई तरीकों से फायदेमंद है.
नवरात्रि में देसी घी खाने के फायदे | Benefits of Eating Desi Ghee During Navratri
देसी घी भारतीय घरों का प्रमुख हिस्सा है. खासकर नवरात्रि जैसे त्योहारों के दौरान. घी भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है और इसका उपयोग सदियों से किया जाता रहा है. नवरात्रि व्रत में देसी घी अपने असंख्य फायदों के कारण और भी जरूरी हो जाता है.
नवरात्रि उपवास के दौरान देसी घी क्यों खाना चाहिए?
1. एनर्जी देता है
नवरात्रि उपवास के दौरान देसी घी को पसंद किए जाने का एक कारण इसका हाई एनर्जी स्रोत है. उपवास करने से एनर्जी में कमी आ सकती है, जिससे आप थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं. देसी घी हेल्दी फैट से भरा होता है, जो इसे एनर्जी का एक अच्छा स्रोत बनाता है.
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2. पोषक तत्वों से भरपूर
देसी घी सिर्फ खाली कैलोरी का स्रोत नहीं है, ये एक न्यूट्रिशन का पावरहाउस है. इसमें जरूरी विटामिन और मिनरल होते हैं जो ऑलओवर हेल्थ के लिए जरूरी हैं. इनमें से कुछ में विटामिन ए, डी, ई और के शामिल हैं. नवरात्रि जैसे उपवास के दौरान देसी घी इन पोषक तत्वों के स्रोत के रूप में कार्य करता है. विटामिन ए अच्छी आंखों की रोशनी बनाए रखने के लिए विटामिन डी मजबूत हड्डियों के लिए, विटामिन ई स्किन हेल्थ के लिए और विटामिन के ब्लड क्लॉटिंक के लिए जरूरी है.
3. पाचन को हेल्दी रखता है
नवरात्रि उपवास के दौरान देसी घी का सेवन करने का एक और लाभ पाचन पर इसका सकारात्मक प्रभाव है. उपवास कभी-कभी पाचन प्रक्रिया को रिस्ट्रिक्ट कर सकता है और असुविधा पैदा कर सकता है. देसी घी हेल्दी डायजेशन पाचन को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाता है. यह पाचन तंत्र को चिकनाई देता है. ये कब्ज जैसी पाचन समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है.
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4. आपका पेट भरा रखता है
उपवास की चुनौतियों में से एक भूख की पीड़ा से निपटना आसान नहीं होता है. भूख के खिलाफ इस लड़ाई में देसी घी सहयोगी साबित होता है. ये तृप्तिदायक है, जिसका अर्थ है कि ये आपको लंबे समय तक तृप्ति और संतुष्ट महसूस कराता है. जब आप देसी घी से बने फूड्स का सेवन करते हैं, तो आपको तेज भूख का अनुभव होने की संभावना कम होती है.
5. स्वाद बढ़ाता है
देसी घी स्वाद और सुगंध को बढ़ाता है, जिससे भक्तों के लिए उपवास का अनुभव सुखद और संतोषजनक हो जाता है. इसलिए देसी घी खाने की परंपरा को अपनाएं. यह न केवल आपके शरीर को एनर्जी देगा बल्कि आपके अनुभव को भी बढ़ाएगा.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)