Yoga Asanas For Acidity: एसिडिटी की प्रॉब्लम आजकल एक आम समस्या बन गई है. इसके पीछे की वजह अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अस्त व्यस्त जीवनशैली हो सकते हैं. आज यह एक कॉमन प्रॉब्लम बन गई है, लेकिन इसे लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. कई बार ये एसिडिटी की समस्या में बदल सकती है. वैसे तो एसिडिटी के इलाज के लिए लोग कई सारी दवाइयां लेते हैं, पर क्या आप जानते हैं कि घर बैठे बिना किसी दवाई के योग के जरिये भी आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं.
पेट की गैस के लिए योग
योग करने से डाइजेशन प्रोसेस फ़ास्ट होता है और खाना जल्दी पचता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं. 7 योगासन जो एसिडिटी को दूर करने में फायदेमंद है.
पेट की गैस और कब्ज से तुरंत राहत दिला सकते हैं ये योगासन | Get Rid Of Stomach Gas and Constipation By Doing These Yoga Asanas
1. पेट की गैस से राहत दिलाएगा हलासन
हलासन योग की एक मुद्रा है, जिसे हल मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है. पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में ये आसन मदद करता है .वजन घटाने में तो हलासन कारगर है ही, इसके अलावा एसिडिटी की परेशानी से भी राहत दिलाता है.
कैसे करें हलासन
- इस आसन को करने के लिए जमीन पर लेट जाएं.
- फिर अपने दोनो पैरो को नीचे से उठा के अपने सिर के पीछे ले जाएं और कुछ देर के लिए होल्ड कर के रखें.
- ये आसन पेट की मसल्स को मजबूत करने के लिए फायदेमंद है.
Yoga Asanas For Acidity: ये योग एसिडिटी से भी छुटकारा पाने में आपकी मदद करेगा.
2. कब्ज से राहत दिलाएगा कपालभाति
पेट की गैस या कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए कपालभाति का रोज़ाना अभ्यास करें. ऐसा करने से आप पेट की समस्याओं से निजात पा सकते हैं. अगर आप रोजाना इस योगासन को करेंगे तो ये वजन कम करने के साथ-साथ एसिडिटी से भी छुटकारा पाने में आपकी मदद करेगा.
कैसे करें कपालभाति
- इस प्राणायाम को करने के लिए आप वज्रासन में बैठ कर अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें.
- अब अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करते हुए गहरी सांस लें और झटके से सांस को छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचें.
- योगासन को रोजाना अपनी दिनचर्या में शामिल करें और फिर इसके फायदे देखें.
3. पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए करें उष्ट्रासन
उष्ट्रासन को कैमल पोज़ के नाम से भी जाना जाता है. उष्ट्रासन करते वक्त हमारे शरीर की आकृति ऊंट की तरह बन जाती है. यही वजह है कि इसे उष्ट्रासन कहते हैं.
कैसे करें उष्ट्रासन
- इस योगासन को करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं और पीछे की ओर झुकें.
- अपनी दाहिनी एड़ी को अपने दाहिने हाथ से और बायीं एड़ी या को बाएं हाथ से पकड़ें.
- अपने सिर और गर्दन को पीछे की ओर मोड़ें और अपनी कमर को थोड़ा आगे की ओर धकेलें.
- ये पीठ की समस्या, रक्त प्रवाह और नर्वस सिस्टम के लिए बहुत अच्छा है योगासन है.
- साथ ही इनडाइजेशन और कॉन्स्टिपेशन जैसी समस्या से भी आपको छुटकारा दिला सकता है.
4. भस्त्रिका
विशेषज्ञों का कहना है कि जिन्हें पेट संबंधी परेशानी होती है उन्हें भस्त्रिका प्राणायाम जरूर करना चाहिए. इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है,साथ ही बदहजमी एसिडिटी और अपच जैसी दिक्कतों को दूर करने में मदद मिलती है.
कैसे करें भस्त्रिका
- इस आसन को करने के लिए आपको एक जगह बैठ के अपनी सांसो पे ध्यान देना है और लम्बी सांस ले कर छोडना है.
- ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है.
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5. वज्रासन
पेट में गैस व एसिडिटी संबंधी परेशानी को दूर करने के लिए ये आसन बहुत जरूरी है. ये आसन पेट और इंटेस्टाइन में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, और खाने को डाइजेस्ट करने में मदद करता है. अगर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम भी कुछ गड़बड़ है तो ये आसन अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें.
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6. पवनमुक्तासन
ये एसिडिटी को दूर करने के लिए सबसे अच्छे योगों में से एक है. पवनमुक्तासन पेट की मसल्स और एब्डोमेन एरिया को स्ट्रेच करने में मदद करता है. भोजन को सही तरह से डाइजेस्ट करने के साथ ही ये आसन डाइजेस्टिव सिस्टम से टॉक्सिंस को बाहर निकालने में फायदेमंद है.
7. अनुलोम विलोम
अनुलोम विलोम एक ब्रीदिंग एक्सरसाइज है जिसे आप कहीं भी बैठकर कर सकते हैं. अनुलोम विलोम आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. वैसे तो अनुलोम विलोम करने के कई फायदे हैं. इसका रोजाना अभ्यास करने से शरीर को एनर्जी मिलती है साथ ही चिंता और तनाव को भी दूर किया जा सकता है. इसके अलावा अनुलोम विलोम का रोजाना अभ्यास एसिडिटी की समस्या को भी दूर भगा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है
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