साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु (Samantha Ruth Prabhu) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्हें अपनी ऑटोइम्यून बीमारी मायोसाइटिस (Autoimmune Disease Myositis) के डायग्नोस के बारे में अपने फैंस और मीडिया को बताने के लिए मजबूर किया गया था. वो खुद इस बारे में बात नहीं करना चाहती थीं. बाद में वो ट्रोल हुईं और उन्हें सिम्पेथी क्वीन बुलाया गया. सामंथा अपनी एक्टिंग स्किल्स और फिल्मों में दमदार परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती हैं. सामंथा ने पिछले साल अक्टूबर में सोशल मीडिया पर अपनी इस बीमारी के बारे में जानकारी शेयर की.
मायोसाइटिस क्या है?
मायोसाइटिस एक दुर्लभ और गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर की मांसपेशियों में सूजन और कमजोरी का कारण बनती है. इस रोग में इम्यून सिस्टम शरीर की मांसपेशियों पर हमला करती है. इसके लक्षणों में मसल्स की कमजोरी, दर्द, थकावट और चलने-फिरने में कठिनाई शामिल हैं. इसका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है.
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मायोसाइटिस के लक्षण क्या है?
- मांसपेशियों में कमजोरी
- जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- सूजन
- सांस लेने या निगलने में परेशानी होना
मायोसाइटिस के कारण (Causes of Myositis)
विशेषज्ञ अभी तक नहीं जानते कि मायोसाइटिस का कारण क्या है. यह अपने आप हो सकता है, लेकिन कभी-कभी यह अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण भी पैदा हो सकता है. मायोसाइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है. ऑटोइम्यून बीमारियां आपके इम्यून सिस्टम द्वारा आपके शरीर की रक्षा करने के बजाय गलती से हमला करने लगती हैं. यह साफ नहीं है कि आपकी इम्यूनिटी ऐसा क्यों करती है. अन्य ऑटोइम्यून बीमारियों वाले कुछ लोगों में मायोसाइटिस विकसित होने की ज्यादा संभावना है.
सामंथा का खुलासा:
सामंथा ने खुलासा किया कि उन्हें अपनी बीमारी की जानकारी सार्वजनिक रूप से साझा करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि उनके स्वास्थ्य को लेकर बहुत सी अफवाहें फैल रही थीं. उन्होंने बताया कि जब लोग उनकी सेहत को लेकर अलग-अलग बातें करने लगे और अटकलें लगाई जाने लगीं, तो उन्होंने फैसला किया कि इस बारे में स्पष्टता देने का यही सही समय है. उन्होंने यह भी कहा कि बीमारी के साथ अपनी लड़ाई को शेयर करना आसान नहीं था, लेकिन यह जरूरी था ताकि लोग वास्तविकता को समझ सकें.
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सामंथा ने अपनी स्थिति को लेकर आगे कहा, "मैं वास्तव में इसे बताने के लिए तैयार नहीं थी. मैं इसे खुद ही संभाल रही थी और इससे लड़ने की कोशिश कर रही थी." उन्होंने यह भी कहा कि समाज में स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे अन्य लोग भी प्रेरित हो सकते हैं जो इसी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
सामंथा का संघर्ष और प्रेरणा:
मायोसाइटिस के डायग्नोस के बाद भी सामंथा ने हिम्मत नहीं हारी और अपने काम पर लौट आईं. उन्होंने फिल्मों की शूटिंग जारी रखी और अपनी प्रोफेशनल जिदगी को सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ाया. सामंथा का कहना है कि इस कठिन दौर में उन्होंने अपनी मानसिक और शारीरिक मजबूती को बनाए रखा, जो कि किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए सबसे जरूरी होता है.
सामंथा के इस संघर्ष ने उनके प्रशंसकों को प्रेरित किया और उन्हें यह संदेश दिया कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयां क्यों न आएं, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और संघर्ष करते रहना चाहिए.
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लोगों ने कहा सिम्पेथी क्वीन...
सामंथा के इस खुलासे के बाद कई लोगों ने उनको सिम्पेथी क्वीन भी कहा, लेकिन उनके फैंस और सहयोगियों ने उनके साहस और दृढ़ता की सराहना की. सोशल मीडिया पर सामंथा के लिए सपोर्ट और दुआओं का सैलाब उमड़ा. प्रशंसकों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की और इस कठिन समय में उनके साथ खड़े रहने का विश्वास दिलाया.
सामंथा रूथ प्रभु का मायोसाइटिस के साथ संघर्ष और इसके बारे में बताने का फैसला उनके साहस का प्रतीक है. उन्होंने यह साबित कर दिया कि चाहे परिस्थिति कितनी भी चुनौतीपूर्ण हो, आत्मविश्वास और सकारात्मकता के साथ इसे पार किया जा सकता है. उनकी यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं और यह हमें यह भी सिखाती है कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का महत्व कितना ज्यादा है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)