यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा सबसे ज्यादा महिलाओं को होता है. लेकिन बता दें कि यह इंफेक्शन पुरुषों और बच्चों को भी समान रूप से प्रभावित कर सकता है. ऐसे में इससे बचना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है. कुछ मामलों में तो यह संक्रमण, फंगस और कई बड़ी बीमारियों को जन्म भी दे सकता है. ऐसे में यूरिन में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यूटीआई यानी कि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता कैसे है? इसके कारण क्या है? तो चलिए हम आपको बताते हैं यूटीआई के 8 सामान्य कारण.
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने के कारण- Due To Urinary Tract Infection:
1. चीनी का सेवन करना
जो लोग अत्यधिक मात्रा में शुगर यानी की शक्कर का प्रयोग करते हैं. खासकर प्रोसेस शुगर उनमें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने की संभावना सबसे ज्यादा हो सकती है.
2. वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करना
अगर आप पब्लिक शौचालय में वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यूरिन इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इस टॉयलेट का इस्तेमाल ना जाने कितने लोग करते हैं और उनके इन्फेक्शन आप को भी संक्रमित कर सकते हैं.
3. बहुत ज्यादा शारीरिक संबंध बनाना
जी हां, अत्यधिक शारीरिक संबंध बनाने से संक्रमण का आदान-प्रदान हो सकता है. इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की संभावना भी बढ़ सकती है.
4. पेशाब को रोककर रखना
देखा जाता है कि बच्चे और कई बार बड़े लोग भी अपने पेशाब को रोक कर रखते हैं. लेकिन पेशाब को कभी भी रोकना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है.
5. गर्भनिरोधक चीजों का इस्तेमाल करना
जो महिलाएं लंबे समय तक गर्भ निरोधक गोलियां या अन्य तरीके जैसे कि टी लगवाने का इस्तेमाल करती हैं. उनमें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है.
6. कंडोम का अधिक इस्तेमाल करना
कंडोम का इस्तेमाल करना वैसे तो सबसे सुरक्षित माना जाता है. लेकिन बहुत ज्यादा कंडोम का इस्तेमाल करने से यूरिन इन्फेक्शन होने की संभावना भी बढ़ सकती है.
7. कम पानी पीना
आप जितना ज्यादा कम पानी पिएंगे उतनी कम बार यूरिन जाएंगे और जितना ज्यादा पानी पिएंगे उतनी ज्यादा बार यूरिन जाएंगे, जिससे शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलेंगे. ऐसे में कम पानी पीने से भी इंफेक्शन के खतरे बढ़ सकते हैं.
8. प्रेगनेंसी
प्रेगनेंसी के दौरान यूटीआई होने के संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि इस समय हार्मोन चेंज होते हैं और गुप्तांगों में खुजली और अन्य समस्या हो सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.