कई बीमारियों के लिए रामबाण इलाज है ये एक आसन, फिटनेस एक्सपर्ट से जानें करने का तरीका- Video Inside

Supta Padangusthasana: स्ट्रेचिंग शरीर को लचीला बनाने के साथ ही हमें फिट भी बनाता है. ऐसा ही एक व्यायाम है सुप्तपदांगुष्टासन. रुजुता दिवेकर ने हाल में एक वीडियो पोस्ट कर सुप्तपदांगुष्टासन के फायदे गिनाए और उसे करने का तरीका बताया.

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सुप्तपदांगुष्टासन करने का सही तरीका.

Supta Padangusthasana: स्वस्थ शरीर के लिए हेल्दी डाइट के साथ ही योग की अहमियत पर जोर दिया जाता है. लगातार बैठकर या खड़े होकर काम करने और गलत पॉश्चर की वजह से हमारा शरीर कई तरह की बीमारियों के चपेट में आ जाता है. मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट रुजुता दिवेकर अक्सर इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो पोस्ट कर स्ट्रेचिंग की अहमियत को बताती रही हैं. रुजुता का कहना है कि स्ट्रेचिंग के जरिए एक दो नहीं बल्कि कई बीमारियों से बचा जा सकता है. स्ट्रेचिंग शरीर को लचीला बनाने के साथ ही हमें फिट भी बनाता है. ऐसा ही एक व्यायाम है सुप्तपदांगुष्टासन (Supta Padangusthasana) रुजुता दिवेकर ने हाल में एक वीडियो पोस्ट कर सुप्तपदांगुष्टासन के फायदे गिनाए.

यहां देखें वीडियो:

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रुजुता दिवेकर ने इस पोस्ट को कैप्शन देते हुए लिखा, दिन-प्रतिदिन बैठे रहने से शरीर का निचला हिस्सा जाम हो जाता है, पीठ कमजोर हो जाती है और घुटनों के आसपास श्लेष तरल पदार्थ सूख जाता है. इससे बचने के लिए सुप्तपदांगुष्टासन कारगर है.

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सुप्तपदांगुष्टासन करने का तरीका

  • सबसे पहले जमीन पर एक मैट बिछा कर लेट जाएं. आपके पंजे दीवार से स्पर्श होने चाहिए.
  • अब अपने पैर को मोड़ें और घुटनों से आपकी छाती को छुए. अब एक बेल्ट की मदद से धीरे-धीरे एक पैर को ऊपर की ओर उठाएं. बेल्ट को हाथों से पकड़े रहें.
  • दूसरे चरण में एक-एक कर पैरों को दाहिनी और बाएं ओर झुकाएं और बेल्ट को टाइट रखें. सर्वोत्तम परिणामों के लिए इस स्ट्रेच को दिन में दो बार करें.

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कब करें ये आसन

1. मधुमेह और बीपी के लिए - एक बार सुबह और एक बार शाम को

2. यदि आप नियमित रूप से कसरत करते हैं - कसरत से पहले और बाद में,  वर्केआउट ते बाद लंबे समय तक रुकें

3. क्रॉनिकल फैटीग या पीएमएस के लिए - दिन के किसी भी समय, सूर्यास्त के आसपास, दोनों समय दो बार दोहराएं

4. कमजोर और जोड़ों में दर्द, गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस, पीठ की समस्या, रात में पैरों में ऐंठन या सुबह एड़ियों में दर्द के लिए - सोते समय और उठने पर इसे बिस्तर पर करें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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