रेगुलर 5-30 मिनट धूप में रहने बढ़ सकती है आयु, सही समय पर धूप लेना भी जरूरी, डॉक्टर ने कहा...

उन्होंने कहा कि जो लोग धूप में रहने से बचते हैं, उनकी लाइफ एक्सपेक्टेंसी लगभग 0.6 से 2.1 वर्ष कम होती है. डॉ. कुमार ने कहा, "सूर्य के प्रकाश में रहने के लाभ डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट रिलेटेड बीमारियों, संक्रमण के कम जोखिम के साथ-साथ तनाव में कमी हो सकती है"

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
धूप में रहने से बचना धूम्रपान के बराबर मृत्यु दर का जोखिम कारक है.

क्या आप अपनी आयु बढ़ाना चाहते हैं? रविवार को एक विशेषज्ञ ने कहा कि जब पराबैंगनी (यूवी) किरणें कम होती हैं, तो प्रतिदिन पांच से 30 मिनट तक नियमित रूप से धूप में रहने से दीर्घायु और स्वास्थ्य को बढ़ाया जा सकता है. हैदराबाद के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉ. सुधीर कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि नियमित रूप से धूप में रहना स्वास्थ्य के लिए क्यों जरूरी है.

उन्होंने कहा, "नियमित रूप से धूप में रहने से दीर्घायु बढ़ती है. थोड़ी देर (प्रतिदिन 5-30 मिनट) धूप में रहना पर्याप्त है." एक अध्ययन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि धूम्रपान न करने वाले लोग जो धूप में रहने से बचते हैं, उनकी लाइफ एक्सपेक्टेंसी सबसे ज्यादा धूप में रहने वाले धूम्रपान करने वालों के समान होती है. यह दर्शाता है कि धूप में रहने से बचना धूम्रपान के बराबर मृत्यु दर का जोखिम कारक है.

यह भी पढ़ें: हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों का कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होता है? जानिए नॉर्मल Cholesterol Level कितना होना चाहिए

धूप से बचने वालों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी कम:

उन्होंने कहा कि जो लोग धूप में रहने से बचते हैं, उनकी लाइफ एक्सपेक्टेंसी लगभग 0.6 से 2.1 वर्ष कम होती है. डॉ. कुमार ने कहा, "सूर्य के प्रकाश में रहने के लाभ डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट रिलेटेड बीमारियों, संक्रमण के कम जोखिम के साथ-साथ तनाव में कमी हो सकती है"

इसके अलावा, विटामिन डी को एक सरोगेट मार्कर माना जाता है और यह दीर्घायु को बढ़ावा देने का एकमात्र योगदानकर्ता नहीं है. न्यूरोलॉजिस्ट ने कहा कि अकेले विटामिन डी सप्लीमेंट प्राकृतिक सूर्य के प्रकाश के संपर्क के समान स्वास्थ्य लाभ प्रदान नहीं करता है.

यह भी पढ़ें: आम का फल ही नहीं इसके पत्ते भी हैं गुणों की खान, इन 7 रोगों को दिला सकते हैं राहत

Advertisement

सही समय पर धूप लेना जरूरी:

डॉ. कुमार ने लाभ को बढ़ावा देने के लिए सूर्य के संपर्क के लिए सही समय चुनने के महत्व पर भी जोर दिया, खासकर जब यूवी इंडेक्स कम हो. उन्होंने सनस्क्रीन के साथ भी बहुत ज्यादा संपर्क के खिलाफ चेतावनी दी, क्योंकि यह अभी भी घातक मेलेनोमा (त्वचा कैंसर) के जोखिम को बढ़ा सकता है.

लिवर के लिए खतरनाक है हेपेटाइटिस बी, लक्षण, कारण, बचाव व इलाज

Advertisement

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Manipur Violence: मणिपुर में बिगड़े हालात के बीच Amit Shah ने की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा