NDTV युवा: मेंटल हेल्थ बड़ा खतरा हर 40 सेकंड में हो रही एक आत्महत्या- डॉ ज़िरक मार्कर

Mental Health: NDTV युवा का मंच एक बार फिर सज गया है. जिसमें आज के समय में GEN Z जनरेशन की मेंटल हेल्थ को लेकर के कई एक्सपर्ट से बात की गई है. आप भी जानें आखिर क्यों मेंटल हेल्थ है इतनी जरूरी.

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WHO की रिपोर्ट के मुताबिक हर 40 सेकेंड में सुसाइड से एक मौत होती है.

Mental Healthy:  NDTV युवा का मंच एक बार फिर सज गया है. हर साल NDTV युवा और जवां हुआ है. बता दें कि आज के समय में लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है जिसकी वजह से वो स्ट्रेस की चपेट में आ जाते हैं और इसका असर उनकी मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है. इस बारे में हमारे साथ बातचीत की डॉ. जिकर मार्कर ने जो 23 साल से इस फील्ड में काम कर रहे हैं. उन्होंने मेंटल हेल्थ के बारे में बात की उन्होंने बताया कि WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक आज के समय Gen-z में  हर  2 सेकंड में एक खुदकुशी की कोशिश और हर 40 सेकंड में एक मौत होती है.

आज मानसिक स्वास्थ्य के प्रति कहीं अधिक खुलापन और स्वीकार्यता है

डॉ. ज़िरक मार्कर ने मेंटल हेल्थ पर बात करते हुए कहा कि 23 सालों तक काम करने के बाद मैंने एक बड़ा बदलाव देखा है, वह है मानसिक स्वास्थ्य के लिए कहीं अधिक खुलापन और स्वीकार्यता है. मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या के लिए सही ट्रीटमेंट जरूर है, कभी-कभी काउंसलिंग या मेडिटेशन से काम नहीं करता, मेडिकेशन लेना पड़ता है.

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मनोचिकित्सक के पास जाने को लेकर सामान्य तौर पर लें

मेंटल हेल्थ पर बात करते हुए सिमोन खंबाटा ने कहा कि पीढ़ी बहुत सी समस्याओं से जूझ रही है. हम ही हैं जिन्होंने स्वीकार करना शुरू किया कि चिंता और अवसाद वास्तविक है. इसलिए मदद लें और मनोचिकित्सक के पास जाने को लेकर नॉर्मल लें और इसे कोई बीमारी ना समझकर इसका इलाज कराएं.

क्या कहती है WHO की रिपोर्ट

प्रत्येक 40 सेकंड में एक व्यक्ति मौत होती है (Suicide से) WHO की “Suicide” फैक्ट शीट में यह बताया गया है कि दुनियाभर में हर 40 सेकंड में कोई न कोई आत्महत्या की वजह कोई ना कोई एक जान चली जाती है. World Health Organization की रिपोर्ट के मुताबिक हर आत्महत्या के पीछे कई प्रयास होते हैं. रिपोर्ट कहती है कि जितनी आत्महत्याएँ होती हैं, उनसे कहीं ज्यादा "suicide attempts" यानी आत्महत्या की कोशिशें होती हैं. वहीं बात करें युवा वर्ग में सुसाइड की दर की तो WHO ने बताया है कि 15‑29 वर्ष की उम्र के लोगों में आत्महत्या मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण हो गया है.

श्रीश्री रविशंकर ने बताया कि आत्महत्या का ख्याल कैसे दूर होगा 

बच्चों को और लोगों को योग, प्राणायाम और ध्यान जैसे कार्यक्रम में जोड़े. ये सब करने से लोगों के जीवन में परिवर्तन आता है. उन्होंने ने बताया कि कैसे ध्यान लगाकर आप इस तरह से विचारों से बच सकते हैं. मेंटल हेल्थ की समस्या से जो लोग जूझ रहे हैं उनके लिए ध्यान लगाना लाभदायी हो सकता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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