Morning Sunlight Benefits: सर्दियों की सुबह का अनुभव अपने आप में खास होता है. हल्की-हल्की ठंड, कोहरे की चादर और आसमान से उतरती सूरज की सुनहरी किरणें मन और शरीर दोनों को सुकून देती हैं. इसी मौसम में अक्सर लोग छत, आंगन या पार्क में बैठकर धूप सेंकते नजर आते हैं. यह आदत सिर्फ आराम के लिए नहीं होती, बल्कि इसके पीछे गहरी समझ छिपी होती है. हमारे बुजुर्ग भी हमेशा कहते थे कि रोज थोड़ी देर धूप में जरूर बैठना चाहिए खासकर सर्दियों में.
आज आधुनिक विज्ञान भी इस बात को मान चुका है कि सर्दियों में धूप सेंकना सेहत के लिए किसी प्राकृतिक औषधि से कम नहीं है. जब ठंड के कारण शरीर सुस्त और जकड़ा हुआ महसूस करता है, तब धूप उसे फिर से एक्टिव और एनर्जेटिक बनाने में मदद करती है. यही वजह है कि डॉक्टर और आयुर्वेद दोनों ही सर्दियों में धूप लेने की सलाह देते हैं.
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धूप और विटामिन-डी का गहरा संबंध
धूप हमारे शरीर के लिए विटामिन-डी का सबसे अच्छा प्राकृतिक स्रोत है. जब सूरज की किरणें त्वचा पर पड़ती हैं, तो शरीर खुद विटामिन-डी बनाता है. यह विटामिन हड्डियों को मजबूत रखने, मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है. सर्दियों में धूप कम मिलने की वजह से विटामिन-डी की कमी आम हो जाती है, ऐसे में रोज धूप सेंकना बेहद जरूरी हो जाता है.
आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में कफ और वात दोष बढ़ जाते हैं. इसका असर शरीर में जकड़न, भारीपन और सुस्ती के रूप में दिखाई देता है. धूप शरीर में प्राकृतिक गर्मी पहुंचाती है, जिससे ये दोष संतुलित होते हैं. आयुर्वेद में धूप को शरीर और मन दोनों के लिए एनर्जी देने वाला माध्यम माना गया है.
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जोड़ों, हड्डियों और मांसपेशियों को फायदा
सिर्फ 20-30 मिनट की सही धूप कई बार सप्लीमेंट से ज्यादा असरदार साबित होती है. इससे कैल्शियम का अवशोषण बेहतर होता है, हड्डियां मजबूत बनती हैं और जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है. बुजुर्गों और बच्चों में हड्डियों की कमजोरी को रोकने में धूप खास भूमिका निभाती है.
मूड, नींद और मानसिक स्वास्थ्य पर असर
धूप से शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन लेवल बढ़ता है, जिसे हैप्पी हार्मोन भी कहा जाता है. इससे मूड बेहतर होता है, तनाव और उदासी कम होती है और स्लीप क्वालिटी सुधरती है. सर्दियों में होने वाली थकान और चिड़चिड़ेपन से राहत पाने में धूप बहुत मददगार होती है.
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इम्यूनिटी और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
धूप शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को एक्टिव करती है, जिससे हाथ-पैरों की ठंड और सुन्नता कम होती है. साथ ही यह इम्यून सेल्स को एक्टिव करती है, जिससे सर्दियों में होने वाले संक्रमणों से लड़ने की ताकत बढ़ती है.
धूप सेंकने का सही समय और तरीका
सुबह 9 से 11 बजे तक की धूप सबसे फायदेमंद मानी जाती है. इस दौरान हल्के कपड़े पहनें और कोशिश करें कि धूप पीठ या बाहों पर पड़े. ध्यान रखें कि कांच के पीछे बैठने से विटामिन-डी नहीं बनता, इसलिए खुली धूप लें.
निष्कर्ष रूप में कहा जाए, तो सर्दियों में रोज थोड़ी देर धूप सेंकना एक सरल लेकिन बेहद प्रभावी आदत है. यह न सिर्फ शरीर को गर्माहट देता है, बल्कि सेहत, मन और इम्यूनिटी तीनों के लिए वरदान साबित होता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














