इस कोविड महामारी ने हमें ये जरूर सिखाया है कि अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग (Strong Immunity) बनाने के लिए दवाइयों और इंजेक्शंस की बजाय नेचुरल तरीकों का इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद होता है. यही वजह है कि लोग अब अपनी जड़ों की ओर लौट रहे हैं और अपनी डाइट में नेचुरल इनग्रेडिएंट्स को शामिल करना शुरू कर दिया है. कोरोना के खिलाफ अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने में आयुर्वेदिक काढ़े का बहुत बड़ा रोल है. बरसों से चला आ रहा ये काढ़े का फार्मूला आज भी उतना ही कारगर है. यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ये मानना है फिटनेस के प्रति सभी को इंस्पायर करने वाले फिटमेस फ्रीक मॉडल मिलिंद (Milind Soman) सोमन और उनकी पत्नी अंकिता कोंवर (Ankita Konwar) का. अंकिता ने अपने हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में जानकारी दी कि वे पहली बार और मिलिंद दूसरी बार इस काेविड से संक्रमित हुए हैं. वे दोनों ही एसिंप्टोमेटिक थे और बीते कुछ समय से क्वारंटाइन थे. अब दोनों ही की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इस पोस्ट में अंकिता ने बताया कि किस तरह वे इस दौर से गुजरे...
यहां देखें अंकिता कोंवर का पोस्ट :
सुबह खाली पेट क्यों खाना चाहिए मखाना? यहां जानें 6 जबरदस्त फायदों की लिस्ट
रोज़ काढ़ा पीकर मिलिंद सोमन और अंकिता ने जीती कोविड से जंग
ये तो हम सभी जानते हैं कि मिलिंद सोमन और उनकी पत्नी अंकिता कोंवर के लिए उनकी हेल्थ प्रायोरिटी लिस्ट पर आती है. हाल ही में दोबारा कोविड पॉजिटिव आये मिलिंद सोमन और पहली बार कोविड का शिकार हुईं उनकी पत्नी अंकिता ने इस महामारी को चंद दिनों में ही हरा दिया. अंकिता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए उस पॉजिटिव तरीके का जिक्र किया जिसका इस्तेमाल कर दोनों बहुत जल्द कोविड पॉज़िटिव से नेगेटिव हो गए. दरअसल अंकिता ने अपने पोस्ट के जरिए बताया कि होमग्रोन फ़ूड और हर रोज काढ़ा पीकर उन्हीने कोविड के खिलाफ ये जीत हांसिल की. आपको बता दें कि काढ़ा घर का बना एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसमें एक नहीं बल्कि इलाज के ढेर सारे गुण मौजूद होते हैं. ये ना सिर्फ आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का काम करते हैं बल्कि कोरोना जैसे वायरस का डटकर सामना करते हैं.
सुबह खाली पेट क्यों खाना चाहिए मखाना? यहां जानें 6 जबरदस्त फायदों की लिस्ट
ऐसे बनाएं काढ़ा
सबसे पहले एक बर्तन में पानी लेकर उसे उबाल लें. इस बीच अदरक, काली मिर्च, लौंग और दालचीनी को अच्छे से कूट लें. पानी उबलने के बाद सॉस पैन में तुलसी के पत्तों के साथ कुटी हुई अदरक, काली मिर्च, दालचीनी और लौंग डालें. मीडियम आंच पर लगभग 20 मिनट तक या काढ़ा आधा होने तक पकाएं. इसे ग्लास में छान लें और शहद मिला लें. आपकी इम्युनिटी स्ट्रांग बनाने वाला बना काढ़ा बनकर तैयार है.
काढा के फायदे
काढ़े में एंटी-वायरल प्रॉपर्टीज होती हैं और ये खांसी-जुकाम को भी ठीक करने में कारगर है. तुलसी इस काढ़े को और भी प्रभावी बनाती है. काढ़ा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और संक्रमणों से लड़ने के लिए भी जाना जाता है. इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो थ्रोट इंफेक्शन को ठीक करने में फायदेमंद है.
अस्वीकरण: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी विचार हैं. एनडीटीवी इस लेख की किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता या वैधता के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. लेख में दी गई जानकारी, तथ्य या राय एनडीटीवी के विचारों को नहीं दर्शाती है और एनडीटीवी इसके लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व नहीं लेता है.