Marburg Virus Kya Hai: पहले कोरोना फिर मंकीपॉक्स ने लोगों के बीच दहशत फैला ही रखी थी कि एक बार फिर से एक नए वायरस ने लोगों को परेशान होने पर मजबूर कर दिया है. बता दें कि एक और खतरनाक वायरस ने कदम रखा है. मंकीपॉक्स और कोरोना से लोग उभरे ही नहीं थे कि इसी बीच मारबर्ग नाम के एक वायरस से फैल रहे संक्रमण की खबरें सामने आ रही हैं. सामने आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वायरस कोरोना औऱ मंकीपॉक्स से भी कही ज्यादा खतरनाक है. इस नए वायरस इन्फेक्शन से हो रही मृत्यु दर इतनी ज्यादा है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक और शोधकर्ता इससे डरे हुए हैं.
अफ्रीका में मारबर्ग का कहर
बता दें कि पूर्व-मध्य अफ्रीकी देश रवांडा में मारबर्ग वायरस के फैलने की खबर आ रही है. इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार मारबर्ग वायरस से होने वाले संक्रमण के लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर है. रवांडा देश में फैल रहे इसे वायरस ने लोगों के बीच एक बार फिर से दहशत पैदा कर दी है. रिपोर्ट्स की माने तो इसके संक्रमण में मृत्यु दर 88 से 90 प्रतिशत तक है. सरल शब्दो में कहें तो अगर 100 व्यक्ति मारबर्ग वायरस से संक्रमित हैं, तो उनमें से 88 से 90 लोगों की मृत्यु हो सकती है.
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मारबर्ग वायरस क्या है?
मारबर्ग वायरस ( (Marburg Virus Disease, MVD) की बात करें तो ये कोई नया वायरस नहीं है. यह एक फिलोवायरस (Filovirus) है, जो इबोला वायरस से जुड़ा हुआ है. इस वायरस में तेज बुखार और ब्लीडिंग (hemorrhagic fever) जैसी स्थिति पैदा होती है. मारबर्ग वायरस रोग की मृत्यु दर बहुत ज्यादा होती है, और कुछ मामलों में यह 50% से 88% तक हो सकती है.
मारबर्ग वायरस के लक्षण
- तेज बुखार
- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द
- कमजोरी और थकान
- पेट दर्द, दस्त, उल्टी
- गंभीर मामलों में आंतरिक और बाहरी रक्तस्राव (नाक, कान, मसूड़ों से खून निकलना)
- शरीर के अंगों का काम करना बंद कर देना
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)