Disadvantages of Bad Sleep: नींद हमारी ऑलओवर हेल्थ के लिए कितनी जरूरी है ये हम सभी जानते हैं. आज की तेज-तर्रार भागती लाइफस्टाइल में कई लोग एक अच्छी नींद के लिए संघर्ष करते हैं और रातभर करवटें बदलने से परेशान हैं. एक टाइम पर ये समस्या इतनी बढ़ जाती है कि कई और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है. कम या खराब नींद हमारी पूरी हेल्थ को बिगाड़ सकती है. आमतौर पर एडल्ट्स के लिए 7-8 घंटे की नींद जरूरी है, क्योंकि यह शरीर को रिपेयर प्रोसेस से गुजरने में मदद करता है, जो अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में योगदान देती है. नींद की कमी के कारण थकान, सुस्ती और कॉग्निटिव फंक्शन में कमी जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं, जिससे किसी की भी लाइफ क्वालिटी प्रभावित हो सकती है. यहां जानिए कि कम सोने या खराब नींद से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं.
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खराब या कम नींद से होने वाले नुकसान | Harmful effects of poor or insufficient sleep
- कॉग्नेटिव परफॉर्मेंस में कमी आ सकती है, मेमोरी रिटेंशन और सीखने की क्षमताओं पर प्रभाव.
- चिंता और अवसाद के साथ मेंटल डिसऑर्डर का खतरा.
- हाई ब्लड प्रेशर और इर्रेगुलर हार्ट रिदम जैसी हार्ट रिलेटेड प्रोब्लम्स का खतरा बढ़ जाता है.
- इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे बार-बार बीमारियां होती हैं और इंफेक्शन से रिकवरी में देरी होती है.
- भूख को प्रभावित करने वाले हार्मोन इर्रेगुलर हो सकते हैं. इससे वजन बढ़ने और मोटापे की संभावना हो सकती है.
- टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है.
- पुराने दर्द को लेकर सेंसिटिविटी बढ़ सकती है.
- कामेच्छा में गिरावट और यौन रोग हो सकते हैं.
- अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया सहित न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर होने का खतरा बढ़ सकता है.
- उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है, जिसमें समय से पहले झुर्रियां दिखने लगती हैं, साथ ही स्किन इलास्टिसिटी भी कम हो जाती है.
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आरामदायक अच्छी नींद कैसे लें? | How To Get Restful Sleep?
- इंटरनल क्लॉक को कंट्रोल करने के लिए एक अच्छा स्लीप रूटीन बनाना जरूरी है.
- सोते समय एक आरामदायक रूटीन बनाएं, जिसमें पढ़ने, ध्यान करने या हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम जैसी शांत करने वाली एक्टिविटी को शामिल किया जाए.
- सोने के लिए आरामदायक माहौल बनाए रखें. कमरा में अंधेरा रखें, शांत और बेहतर तापमान हो.
- कैफीन और निकोटीन जैसी चीजों का सेवन सीमित करें, खासकर सोने से पहले के घंटों में.
- योग, डीप ब्रीदिंग वाली एक्सरसाइज तनाव को मैनेज करने में मदद कर सकती हैं.
- रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करें जो स्लीप क्वालिटी को बढ़ावा दें.
- शाम के समय हैवी, मसालेदार भोजन से बचें.
- सोने से पहले स्क्रीन देखने के समय को सीमित करें, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी शरीर में नींद लाने वाले हार्मोन के नेचुरल प्रोडक्शन में बाधा डाल सकती है.
- अगर लगातार नींद की समस्या बनी रहती है, तो मेडिकल हेल्प लें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)