Ayurvedic Tips For Hair Growth: आज की तेज रफ्तार जिंदगी, तनाव, अनहेल्दी डाइट और प्रदूषण के चलते बाल झड़ना आम समस्या बन गई है. लेकिन कई लोगों के लिए ये समस्या गंजेपन (Baldness) तक पहुंच जाती है, जिससे आत्मविश्वास पर भी असर पड़ता है. घने, लंबे और काले बाल हमारी खूबसूरती से जुड़े हुए माने जाते हैं. जो लोग गंजापन झेल रहे हैं वे बाजार में कई हेयर ट्रांसप्लांट और दवाइयां तक आजमा लेते हैं, लेकिन हर कोई नेचुरल तरीके से बाल की ग्रोथ बढ़ाना चाहता है. कई लोग सवाल भी करते हैं कि बालों की ग्रोथ कैसे बढ़ाएं? नए बाल कैसे उगाएं? गंजेपन को कैसे दूर करें? हालांकि गंजेपन यानि एक बार बाल गिर जाए तो उन्हें दोबारा उगाने का कोई चमत्कारी दवा नहीं है लेकिन कुछ आयुर्वेदिक उपाय आजमाकर बालों की ग्रोथ तो तेज करने में मदद मिल सकती है. आइए जानें उनके बताए 5 असरदार आयुर्वेदिक उपाय.
बालों की ग्रोथ बढ़ाने में मददगार आयुर्वेदिक उपाय (Balo Ki Growth Badhane Ke Liye Ayurvedic Upay)
1. भृंगराज तेल से मालिश करें
भृंगराज को बालों का राजा कहा जाता है. इसमें बालों की जड़ें मजबूत करने और दोबारा उगाने की क्षमता होती है. रात को सोने से पहले भृंगराज तेल को हल्का गर्म करें और उंगलियों से सिर में धीरे-धीरे मालिश करें. इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और हेयर फॉलिकल्स एक्टिव होते हैं.
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2. आंवला का सेवन और लेप दोनों फायदेमंद
आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है जो बालों को पोषण देता है और ग्रोथ को बढ़ाता है. रोज सुबह खाली पेट आंवला जूस पिएं. आंवला पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर लेप तैयार करें और सप्ताह में दो बार गंजे स्थान पर लगाएं.
3. अश्वगंधा से तनाव कम करें
तनाव भी गंजेपन की बड़ी वजह है. अश्वगंधा एक प्रभावी आयुर्वेदिक हर्ब है जो कोर्टिसोल हार्मोन को संतुलित करता है. रोज रात को एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाकर पिएं. इससे नींद भी अच्छी आती है और बालों का गिरना रुकता है.
4. नीम और ब्राह्मी पेस्ट का प्रयोग
नीम और ब्राह्मी दोनों ही स्कैल्प को साफ करने और बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में सहायक हैं. नीम और ब्राह्मी की पत्तियों का पेस्ट बनाकर स्कैल्प पर लगाएं. 30 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें. हफ्ते में 2 बार इसका प्रयोग करें.
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5. त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन
त्रिफला (हरड़, बहेड़ा और आंवला) पाचन को बेहतर बनाता है और टॉक्सिन्स बाहर निकालता है. जब शरीर अंदर से साफ होता है, तो बालों की हेल्थ भी सुधरती है. रोज रात को सोने से पहले 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें.
अगर बालों की जड़ें पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं, तो आयुर्वेदिक औषधियों के ज़रिए उन्हें दोबारा सक्रिय किया जा सकता है. लेकिन, इसके लिए धैर्य और नियमितता बेहद जरूरी है.
जरूरी टिप्स:
- बहुत ज्यादा कैमिकल शैंपू और हेयर कलर से बचें।
- प्रोटीन से भरपूर डाइट (दूध, दालें, मेवे) लें.
- नियमित योग और प्राणायाम करें जैसे कि शीर्षासन, अनुलोम-विलोम करें, जिससे स्कैल्प में ब्लड फ्लो बढ़ेगा.
गंजेपन की समस्या आज आम है, लेकिन इसका आयुर्वेद में प्राकृतिक समाधान मौजूद है. अगर आप इन 5 उपायों को रेगुलर अपनाएं, तो धीरे-धीरे बालों की ग्रोथ दोबारा शुरू हो सकती है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)