Anxiety Diarrhea: क्या होता है एंग्जाइटी डायरिया या नर्वस डायरिया, कैसे करें इसकी पहचान और इलाज

Anxiety Diarrhea: एंग्जाइटी एक मेंटल हेल्थ कंडीशन है. इसमें किसी चीज से डर लगना, हर समय तनाव में रहना, काम में ध्यान न लग पाना, आशंका या भय जैसे कुछ सामान्य लक्षण दिखते हैं.

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एंग्जाइटी एक मेंटल हेल्थ कंडीशन है. इसमें किसी चीज से डर लगना, हर समय तनाव में रहना, काम में ध्यान न लग पाना, आशंका या भय जैसे कुछ सामान्य लक्षण दिखते हैं. कई लोगों में एंग्जाइटी शारीरिक लक्षण भी पैदा कर सकती है. यदि किसी को तनावपूर्ण या चिंता पैदा करने वाली स्थितियों में डायरिया हो जाता है, तो ये कोई अनोखी बात नहीं हैं. चिंता के साथ पेट की परेशानी का अनुभव करना काफी आम है. इसे एंजायटी या नर्वस डायरिया कहा जाता है.


क्या है गट-ब्रेन एक्सिस- What Is Gut-Brain Axis:
एंग्जाइटी डायरिया आंत और मस्तिष्क के बीच के कनेक्शन के कारण होता है. इसे गट-ब्रेन एक्सिस कहा जाता है. ये एक्सिस सेंट्रल नर्वस सिस्टम को एंटरिक नर्वस सिस्टम (ENS) से जोड़ती है, जो आंत के नर्वस सिस्टम के रूप में काम करता है. ENS गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (GI) ट्रैक्ट में प्रोसेस को रेगुलेट करने में मदद करता है. लेकिन दिमाग से लिंक होने के कारण ये भावनाओं और व्यवहार पर भी असर डालता है.जब एंग्जाइटी से पीड़ित कोई भी व्यक्ति स्ट्रेस में होता है तो केमिकल मैसेंजर्स मस्तिष्क से आंत तक संकेत पहुंचाते हैं. आंत कभी-कभी दस्त, मतली या कब्ज के साथ इन संकेतों का जवाब देती है. यह लिंक दोनों तरह से काम करता है. यदि किसी को पाचन संबंधी समस्याएं या अन्य GI समस्याएं हैं, तो उसे मनोवैज्ञानिक लक्षणों का अनुभव हो सकता है. यदि डायरिया का कारण तनाव है, तो व्यक्ति को कई लक्षणों का अनुभव हो सकता है. 

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  • सिर दर्द
  • मांसपेशियों में तनाव
  • थकान
  • बेचैनी
  • चिड़चिड़ापन
  • उदासी
  • डिप्रेशन
  • नींद की समस्या
  • सेक्स ड्राइव में बदलाव


कैसे करें इसका इलाज?
एंग्जाइटी को कम करने से मानसिक और शारीरिक दोनों लक्षणों में बड़ा अंतर आ सकता है. जीवनशैली में कुछ बदलाव भी एंग्जाइटी के लक्षणों को मैनेज करने में मदद कर सकती है. वहीं दस्त और पेट की अन्य समस्याओं के निदान के लिए शराब और तंबाकू से परहेज, कैफीन का सेवन कम करना, हाइड्रेटेड रहना, एक संतुलित आहार खाना जिसमें साबुत अनाज, फल और सब्जियां शामिल हों, नियमित व्यायाम करना काफी मदद कर सकता है. अगर जीवनशैली में बदलाव से लक्षणों में सुधार नहीं होता है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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