Side Effects Of Papaya Fruit: पपीते के कुछ दुष्प्रभाव होते हैं आपको इसे खाने के बारे में दोबारा सोच सकते हैं. सुनहरा पीला पपीता डायटरी फाइबर का एक हेल्दी स्रोत है. पपीत में कैलोरी और फैट कम मात्रा में होते हैं. पपीते के ज्यादा मात्रा में सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. ये फल सभी के लिए हेल्दी नहीं होता है. पपीता न सिर्फ गर्भवती महिलाओं के लिए बल्कि पाचन और एलर्जी वाले लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. यहां पपीते खाने के दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया है जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए.
पपीते खाने से होने वाले दुष्प्रभाव | Side Effects Of Eating Papaya
1) खून पतला करने वाली दवाओं के साथ रिएक्शन
अध्ययनों से पता चलता है कि पपीते में मौजूद लेटेक्स में खून को पतला करने वाले प्रभावों को बढ़ाने की क्षमता हो सकती है. इसलिए, अगर आप खून को पतला करने वाली कोई दवा ले रहे हैं, तो अपने आप को इसके प्रभावों से बचाने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
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2) डायरिया को बढ़ा सकता है
सभी रेशेदार फलों की तरह पपीता भी अधिक मात्रा में सेवन करने पर दस्त को बढ़ा सकता है, जिससे आपको डिहाइड्रेशन का खतरा हो सकता है.
3) कब्ज हो सकता है
जबकि पपीता कब्ज के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार के रूप में जाना जाता है, लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन आपके शरीर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. अत्यधिक फाइबर के सेवन से भी कब्ज हो सकता है.
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4) गर्भपात करा सकता है
कच्चे पपीते को अनचाहे गर्भ को समाप्त करने के प्राकृतिक तरीके के रूप में इस्तेमाल किया गया है. अध्ययन से पता चलता है कि गर्भावस्था के दौरान कच्चे या आधे पके पपीते का सेवन करना असुरक्षित हो सकता है.
5) कैरोटेनीमिया का कारण बन सकता है
पपीते में बीटा-कैरोटीन अधिक मात्रा में सेवन करने से त्वचा का रंग उड़ सकता है, जिसे कैरोटेनीमिया कहा जाता है. इसके लक्षण पीलिया के लक्षणों के समान होते हैं आंखों के सफेद भाग, तलवों और हथेलियों का पीला होना.
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6) रेस्पिरेटरी एलर्जी हो सकती है
पपीते में मौजूद एंजाइम पपैन एक शक्तिशाली एलर्जेन है. इसलिए पपीते का अत्यधिक सेवन कई रेस्पिरेटरी विकारों को ट्रिगर कर सकता है. इसलिए सांस की प्रोब्लम वाले पपीता का सेवन ज्यादा मात्रा में न करें.
7) पेट खराब हो सकता है
बहुत अधिक पपीता खाने से आपका गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम खराब हो सकता है. यह बदले में पेट में जलन पैदा कर सकता है. पपीते की हाई फाइबर सामग्री पाचन तंत्र में अशांति पैदा कर सकती है.
8) स्तनपान के दौरान सुरक्षित नहीं हो सकता
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने आहार में पपीता को शामिल न करें. ब्रेस्टफीडिंग के दौरान पपीता खाने से कई परेशानियां हो सकती हैं.
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