Dysgraphia And Dyslexia: डिसग्राफिया एक ऐसा डिसऑर्डर है जिसमें लिखने में परेशानी महसूस होती है. डिसग्राफिया को ट्रांसक्रिप्शन के रूप में भी जाना जाता है जिसमें हमें लिखने, टाइपिंग और वर्तनी को लेकर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. अपने विचारों को लिखित रूप में व्यक्त करने में परेशानी को डिसग्राफिया के रूप में जाना जाता है. यह एक सीखने की अक्षमता है जिसे रिटन एक्सप्रेशन डिसऑर्डर के रूप में जाना जाता है, लेकिन जब लोग ट्रांसक्रिप्शन में परेशानी महसूस करते हैं तो यह विचारों के बारे में सोचने और उन्हें व्यक्त करने के तरीके में आ सकता है.
उदाहरण के लिए, डिसग्राफिया वाले लोग दूसरों की तुलना में अधिक धीरे-धीरे लिख सकते हैं. यह इस बात को प्रभावित कर सकता है कि वे खुद को लिखित रूप में कितनी अच्छी तरह अभिव्यक्त करते हैं. साथ ही, उन्हें स्पेलिंग में परेशानी होती है क्योंकि जब वे लिखते हैं तो अक्षर बनाना उनके लिए कठिन होता है. डिसग्राफिया बुद्धि का विषय नहीं है. चुनौतियां अक्सर मोटर स्किन के साथ परेशानी के कारण होती हैं.
आसान भाषा में जानें क्या है डिसग्राफिया?
डिसग्राफिया किसी व्यक्ति के लिए लिखित रूप में अक्षर बनाना कठिन बना देता है. यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जो बच्चों या वयस्कों को प्रभावित कर सकता है. डिसग्राफिया का कारण हमेशा पता नहीं होता है, हालांकि वयस्कों में यह कभी-कभी एक दर्दनाक घटना के बाद होता है.
एक बार हालत का पता चल जाने के बाद आप स्कूल और लाइफ में कुछ चुनौतियों को दूर करने में मदद करने के लिए स्ट्रेटजी को सीख सकते हैं.
डिसग्राफिया के लक्षण | Symptoms of Dysgraphia
डिसग्राफिया का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन गन्दी लिखावट वाले सभी लोगों में यह विकार नहीं होता है. अगर आपको डिसग्राफिया है तो साफ-सुथरी लिखावट भी संभव है, हालांकि साफ-सुथरा लिखने में आपको लंबा समय और बहुत प्रयास लग सकता है.
- गलत वर्तनी
- कर्सिव और प्रिंट अक्षरों का मिश्रण
- खराब आकार और अक्षरों का अंतर
- शब्दों की नकल करने में कठिनाई
- धीमा लेखन
- शब्दों को लिखने से पहले देखने में कठिनाई
- लिखते समय असामान्य शरीर या हाथ की पॉजिशन
- पेन या पेंसिल को कस कर पकड़ने से हाथ में क्रैम्प्स होना
- लिखते समय अपना हाथ देखना
- लिखते समय जोर से शब्द बोलना
- वाक्यों से अक्षरों और शब्दों को छोड़ना
डिसग्राफिया से और क्या इफेक्ट होते हैं?
डिसग्राफिया वाले लोगों को अक्सर लिखते समय अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है. इससे क्लास या मीटिंग के दौरान नोट्स लेना मुश्किल हो सकता है क्योंकि हर शब्द को कागज पर उतारने पर ध्यान देना होता है.
डिसग्राफिया वाले छात्रों पर आलसी होने का आरोप भी लगाया जा सकता है क्योंकि उनकी लिखावट साफ-सुथरी नहीं होती. यह आत्म-सम्मान को प्रभावित कर सकता है और चिंता, आत्मविश्वास की कमी और स्कूल के प्रति नेगेटिव परसेप्शन बना सकता है.
डिसग्राफिया का क्या कारण है? | What Is The Cause of Dysgraphia?
जब वयस्कों में डिस्ग्राफिया होता है, तो इसका कारण आमतौर पर स्ट्रोक या अन्य मानसिक चोट होती है. मस्तिष्क के बाएं पैरिटल लोब की चोट से डिसग्राफिया हो सकता है. हमारे ब्रेन के ऊपरी हिस्से में दाएं और बाएं पैरिटल लोब होते हैं. हर एक स्किन की एक सीरीज से जुड़ा हुआ है, जैसे पढ़ना और लिखना, साथ ही दर्द, गर्मी और ठंड सहित सेंसरी प्रोसेसिंग.
किन लोगों को होता है डिसग्राफिया का ज्यादा रिस्क?
शोधकर्ता अभी भी उन कारणों का पता लगा रहे हैं कि क्यों कुछ बच्चों में सीखने की अक्षमता होती है, जैसे डिसग्राफिया. सीखने की अक्षमता अक्सर परिवारों में चलती है या जेनेटिक ग्रोथ से संबंधित होती है, जैसे कि समय से पहले जन्म लेना.
डिसग्राफिया वाले बच्चों में अक्सर अन्य सीखने की अक्षमताएं होती हैं. उदाहरण के लिए, अटेंशन-डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) होने से डिसग्राफिया होने का जोखिम बढ़ सकता है.
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डिसग्राफिया बनाम डिस्लेक्सिया (Dysgraphia Vs Dyslexia)
डिस्लेक्सिया एक रीडिंग डिसऑर्डर है और डिस्ग्राफिया एक राइटिंग डिसऑर्डर है, लेकिन इन दोनों में कभी भी हम भ्रमित हो सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों को लिखने और स्पेलिंग में भी समस्या हो सकती है. सीखने में परेशानी दोनों में हो सकती है.
डिसग्राफिया का इलाज (Treatment Of Dysgraphia)
लिखने को आसान बनाने के लिए नए तरीके से पेंसिल या पेन पकड़ना
मॉडलिंग क्ले के साथ काम करना
कनेक्ट-द-डॉट्स पहेली करना
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