Teeth Health: साफ सफेद दांत न केवल पर्सानालिटी में चार चांद लगाते हैं बल्कि ओरल हेल्थ को भी बढ़ावा देते हैं. दांतों को चमकाने के लिए कारगर घरेलू उपाय आजमाए जा सकते हैं. इसके साथ ही कुछ ऐसी आदतें भी हैं जिनसे चमकदार दांत और हेल्दी मुस्कान को बनाए रखा जा सकता है. अगर आप वाकई दातों की चमकदार बनाए रखना चाहते हैं तो कुछ आदतें ऐसी भी हैं जिनसे बचने की जरूरत है. यहां जानिए आपको क्यों और किन आदतों को आज ही छोड़ देना चाहिए.
सफेद दांत पाने के लिए इन आदतों को आज ही छोड़ दें
1. धूम्रपान
धूम्रपान से न केवल दांतों पर पीलापन आ जाता है बल्कि इससे ओरल प्रोब्लम्स भी हो सकती हैं. सिगरेट में पाए जाने वाले रसायन दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकते हैं, मसूड़ों की बीमारी में योगदान दे सकते हैं और मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं.
2. कुछ फूड्स और ड्रिंक्स
ऐसे फूड्स और ड्रिंक्स जो एसिडिक या शुगरी होते हैं, दांतों के इनेमल पर दाग लगा सकते हैं. इसमें कॉफ़ी, चाय, रेड वाइन, डार्क सोडा, बेरी, सोया सॉस और बाल्समिक सिरका शामिल हैं.
3. खराब ओरल हेल्थ
दिन में कम से कम दो बार अपने दांतों को ब्रश करना, रोजाना फ्लॉसिंग करना और सफाई के लिए रेगुलर अपने डेंटिस के पास जाना जाने की सिफारिश की जाती है.
4. सफेद करने वाले प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल
हालांकि दांतों को सफेद करने वाले प्रोडक्ट्स दाग हटाने और आपकी मुस्कान को बनाएं करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा उपयोग या दुरुपयोग से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं. व्हाइटनिंग स्ट्रिप्स या जैल के बहुत ज्यादा उपयोग से दांतों की सेंसिटिविटी, इनेमल को नुकसान और यहां तक कि मसूड़ों पर नीलापन आ सकता है.
5. बहुत जोर से ब्रश करना
अपने दांतों को जोर-जोर से ब्रश करने से इनेमल को नुकसान हो सकता है और मसूड़े खराब हो सकते हैं, जिससे मसूड़े पीले दिखाई देने लगते हैं. इन समस्याओं से बचने के लिए नरम ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करने और धीरे से गोलाकार गति में घुमाने की सलाह दी जाती है.
धूम्रपान से परहेज करके, दाग वाले फूड्स और ड्रिंक्स का कम सेवन, हेल्दी ओरल हाइजीन से दांतों का पीलापन हटाने में मदद मिल सकती है.
Glowing Skin Home Remedies | चेहरे पर 7 दिन लगा लें ये 5 चीजें,10 दिन में निखार देखें
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.