कई बार हाथ या पैरों में छाले पड़ जाते हैं. आमतौर पर ये गंदगी, गर्मी बढ़ने, फंगल इंफेक्शन या किसी तरह की एलर्जी के कारण पड़ते हैं. कई बार इस पर ध्यान नहीं देने से पस भर जाता है जिससे दर्द होने लगता है. पैरों में छाला पड़ना (Blisters on Feet) ज्यादा कॉमन है. छाले के ऊपर की स्किन बैक्टीरिया के लिए नेचुरल बैरियर के रूप में काम कर इंफेक्शन के खतरे को कम करती है. छाले को बैंडेज या नरम सूती कपड़े से ढक कर रखना चाहिए. आइए जानते हैं छाले पड़ने पर फर्स्ट एड में क्या करना चाहिए और कब लेनी चाहिए डॉक्टर की सलाह.
कब लें डॉक्टर की सलाह?
अगर छालों में इंफेक्शन हो गया हो या पीड़ित की सेहत अच्छी नहीं हो, उसे डायबिटिज की शिकायत हो तो छाले का उपचार खुद करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
छाले हो तो ऐसे करें फर्स्ट एड (First Aid for Blisters)
- छाले के कारण हो रहे दर्द को कम करने क लिए छाले के ऊपर पड़ी स्किन को सुरक्षित रखते हुए उसके अंदर के फ्यूलिड को निकाल देना चाहिए.
- अपने हाथ और छाले को साबुन और हल्के गर्म पानी से साफ करें.
- छाले को आयोडीन से पोछें.
- एक शार्प नीडल को अल्कोहल से साफ करें.
- नीडल को छाले के किनारे पर कई जगह चुभोए और लिक्विड को बह जाने दें. ऊपरी स्किन को रहने दें.
- इसके बाद पेट्रोलियम जेली या ऐसी ही कोई और मलहम अप्लाई करें और नॉन स्टिक पट्टी से कवर कर दें. रैशेज नजर आने पर मरहम लगाना रोक दें.
- अगले कुछ दिनों तक छाले के आसपास ध्यान से देखें कही इंफेक्शन तो नहीं हो रहा है. कुछ दिनों के बाद सीजर को स्टेरलाइज कर ऊपरी स्किन को सावधानी से हटा दें और मलहम लगा दें.
छाले से बचाव कैसे करें? How To Prevent Blisters
पैरों में बार बार छाला पड़ने की समस्या से बचने के लिए टाइट जूते न पहनें, पसीना सोखने वाले मोजे भी छाले पड़ने से बचा सकते हैं. जूतों के अंदर नरम सूती कपड़े का भी उपयोग किया जा सकता है. जूतों के अंदर पाउडर छिड़कने से भी छालों से बचाव संभव है. ग्लव्स हाथों में पड़ने वाले छालों से बचाव कर सकते हैं.
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