क्या आप जरूरत से ज्यादा कार्ब खा रहे हैं? जानें अति और खराब कार्बोहाइड्रेट खाने के 10 लक्षण और नुकसान

Eating Too Many Carbs Symptoms: आपने दिनभर में कार्बोहाइड्रेट की जो मात्रा ली है वो काफी है या जरूरत से ज्यादा हो चुकी है, ये आपको आपका शरीर ही बता देता है. चलिए जानते हैं ज्यादा कार्ब्स लेने पर किस तरह के संकेत देता है आपका शरीर.

विज्ञापन
Read Time: 26 mins
Signs You Eating More Carbs: ज्यादा कार्ब्स लेने पर किस तरह के संकेत देता है आपका शरीर.

What To Do After Eating Too Much Carbs?: डाइटिंग करने वालों के लिए कार्ब्स या कार्बोहाइड्रेट्स सबसे ज्यादा चिंता का कारण होते हैं. कार्ब्स को आप कितना भी इग्नोर कीजिए. पर, ये समझ लीजिए कि शरीर की एनर्जी के लिए और उसे सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्बोहाइड्रेट्स की जरूरत होती है. ये बात जितनी सही है उतना ही सच ये भी है कि जरूरत से ज्यादा कार्ब्स लेने पर बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कार्बोहाइड्रेट की मात्रा जरूरत से ज्यादा होने पर शरीर में भारीपन लग सकता है. आपने दिनभर में कार्बोहाइड्रेट की जो मात्रा ली है वो काफी है या जरूरत से ज्यादा हो चुकी है, ये आपको आपका शरीर ही बता देता है. चलिए जानते हैं ज्यादा कार्ब्स लेने पर किस तरह के संकेत देता है आपका शरीर.

खराब या ज्यादा कार्ब खाने के नुकसान | Disadvantages Of Eating Bad Or High Carbs

1) आलस महसूस करना

आपने खाना खाया और उसके बाद आपको लगे कि कुछ देर सो लेना चाहिए. तब, समझ जाइए कि आपने कार्ब्स ज्यादा मात्रा में ले लिए हैं. ज्यादा कार्ब्स खाने से शुगर लेवल एकदम बढ़ जाता है, जिसके बाद नींद या आलस महसूस होने लगता है.

हीटस्ट्रोक से बचने के लिए क्या करें? जानें इसके लक्षण और कारण, गर्मियों में सेल्फ केयर के लिए जरूरी बातें

Advertisement

2) ज्यादा प्यास लगना

आपको अचानक इतनी प्यास लगे कि बॉटल भरकर पानी पीने के बावजूद राहत न मिले तो समझिए कि आपकी डाइट की वजह से ऐसा हुआ है. हाई कार्ब मील खाने के बाद आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ेगा. जिससे बार बार यूरिन पास होगी. शरीर का वॉटर लेवल घटेगा और आपको ज्यादा प्यास लगेगी. ज्यादा पानी के जरिए शरीर एक्सिस शुगर को बाहर कर देगा.

Advertisement

3) सिरदर्द

सिरदर्द या माइग्रेन को कभी इग्नोर न करें. ये ज्यादा कार्ब्स की वजह से भी हो सकते हैं. ज्यादा व्हाइट ब्रेड या पास्ता जैसी चीजें खाने से ऐसी नौबत आ सकती है.

Advertisement

4) डायजेशन की समस्या

अगर आपको कब्ज की ज्यादा समस्या हो रही है. या एक हफ्ते में आप दो या तीन बार ही मोशन पास कर पा रहे हैं तो ये ज्यादा कार्ब्स की वजह से हो सकता है. किसी भी किस्म का रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट आपके लिए कब्ज की परेशानी खड़ी कर सकता है.

Advertisement

स्वस्थ और सुरक्षित दिल चाहते हैं तो इन 5 चीजों से आज ही बना लें दूरी, वर्ना बाद में होगा दुख

5) मूड स्विंग

कार्ब्स की वजह से मूड में भी बदलाव हो सकता है. आइसक्रीम खाने के बाद अचानक आप एनर्जेटिक फील करते हैं और खुश होते हैं. पर कुछ ही देर बाद आपका मूड बदल जाता है. ये ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खाने की निशानी है.

6) ज्यादा भूख लगना

प्रोटीन रिच डाइट और हेल्दी फैट्स खाने से डाइजेशन में वक्त लगता है, लेकिन प्रोटीन और फैट की बजाय कार्बोहाइड्रेट से भरी डाइट लेने पर आपको जल्दी भूख लग सकती है. कार्ब्स की वजह से खाना ग्लूकोज में बदल जाता है और डाइजेशन की प्रक्रिया तेज हो जाती है, जिससे पेट भरा हुआ नहीं लगता.

नींद में बड़बड़ाना क्या कोई बीमारी है? क्या है इस स्लीप डिसऑर्डर का कारण और इलाज

7) हाई ब्लड शुगर

अगर आपकी शुगर बढ़ी हुई आ रही है तो ये खराब कार्ब्स का नतीजा है. खराब कार्ब्स शरीर में ग्लूकोज की तरह घुलते हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है.

8) ट्राइग्लिसराइड लेवल बढ़ना

किसी भी सामग्री की एडेड शुगर या सिरप, जो फूड प्रोसेसिंग के दौरान मिलाई जाती है वो कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाती है. फ्रुक्टोज, ग्लूकोज और सुक्रोज वाले खाने से ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ते हैं जो हार्ट अटैक का कारण भी हो सकते हैं.

9) कैविटी

चिप्स, पास्ता या ब्रेड जैसे खाने को थूक सिंपल शुगर में बदल देता है. ये सिंपल शुगर मुंह में मौजूद बैक्टीरिया का भोजन होती है. सिंपल शुगर खाने वाले बैक्टीरिया दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं और कैविटी की समस्या पैदा कर सकते हैं.

Stammering Problem: आखिर क्यों हकलाते हैं लोग, क्या है वजह? इन तरीकों को अपनाएं और बोलें बिना रुके 

10) एक्ने

रिफाइंड कार्ब्स खाने से शरीर में शुगर ज्यादा बनती है. इस शुगर की वजह से स्किन पर एक्ने या पिंपल्स की परेशानी हो सकती है. प्रीमैच्योर एजिंग, रिंकल्स भी इसी वजह से ज्यादा होती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
Assembly Elections 2024: कैसे होती है आपके वोट की गिनती? | Maharashtra Election | Jharkhand Election