AIIMS के डॉक्टर ने बताई वो 3 आदतें जो फेफड़ों को 10 साल पहले बना रही हैं बूढ़ा, जानें हेल्दी लंग्स के 5 सीक्रेट्स

Lungs Health: आप अपनी डेली लाइफ में कुछ ऐसी गलतियां कर रहे हैं जो फेफड़ों को लगभग 10 साल पहले ही बूढ़ा बना दे रही हैं. आइए जानते हैं आप इन आदतों से कैसे बच सकते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Lung Aging Habits: रोजमर्रा की कुछ गलत आदतें चुपचाप फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती रहती हैं.

Lung Care Tips: हम दिल, दिमाग और वजन की तो खूब चिंता करते हैं, लेकिन फेफड़ों (Lungs) की सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. जबकि फेफड़ों स्वस्थ रखने के लिए अच्छी आदतें अपनाना जरूरी है. सांस लेना हमारी जिंदगी की सबसे बुनियादी प्रक्रिया है, फिर भी हम रोज ऐसी आदतें अपनाते हैं जो धीरे-धीरे फेफड़ों को कमजोर बना देती हैं. नतीजा यह होता है कि उम्र कम होती है, लेकिन फेफड़े समय से पहले बूढ़े होने लगते हैं. 

एम्स दिल्ली में प्रोफेसर और हेड सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. सुनील कुमार के अनुसार, आजकल 30-40 साल की उम्र में ही लोगों के फेफड़े 50–55 साल जैसे व्यवहार करने लगते हैं. इसकी वजह कोई एक बीमारी नहीं, बल्कि रोजमर्रा की कुछ गलत आदतें हैं, जो चुपचाप फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती रहती हैं. अच्छी बात यह है कि समय रहते इन आदतों को सुधारा जाए, तो फेफड़ों को लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है.

आदत नंबर 1: प्रदूषित हवा में बिना सावधानी सांस लेना

डॉ. सुनील कुमार बताते हैं कि शहरों में रहने वाले लोग रोज जहरीली हवा में सांस ले रहे हैं. धूल, धुआं, वाहन का प्रदूषण और निर्माण कार्य से निकलने वाले कण सीधे फेफड़ों में जाकर जमा होते हैं. अगर कोई व्यक्ति बिना मास्क के रोज ट्रैफिक में निकलता है या प्रदूषित इलाकों में टहलता है, तो यह आदत फेफड़ों को तेजी से बूढ़ा बना सकती है.

ये भी पढ़ें: बलगम वाली खांसी में कफ सिरप नुकसान भी पहुंचा सकता है, जानिए कब लेना चाहिए, कब नहीं

क्या करें?

  • बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें.
  • सुबह-शाम प्रदूषण ज्यादा हो तो वॉक से बचें.
  • घर के अंदर साफ हवा और वेंटिलेशन रखें.

आदत नंबर 2: फिजिकल एक्टिविटी की कमी

आज का बड़ा खतरा है बैठे रहने की आदत. घंटों कुर्सी पर बैठकर काम करना, लिफ्ट का ज्यादा इस्तेमाल और व्यायाम से दूरी फेफड़ों की क्षमता को कम कर देती है. डॉ. सुनील कुमार के अनुसार, जब हम गहरी सांस नहीं लेते, तो फेफड़ों का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाता और वे धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं.

ये भी पढ़ें: पुरुषों को रोज चाहिए 90 मिलीग्राम विटामिन सी, महिलाओं को इससे कम, जानिए कमी के नुकसान

क्या करें?

  • रोज 30 मिनट तेज़ चलना या हल्का व्यायाम करें.
  • प्राणायाम और डीप ब्रीदिंग को रूटीन में शामिल करें.
  • लंबे समय तक बैठे रहने से बचें.

आदत नंबर 3: धूम्रपान और पैसिव स्मोकिंग

स्मोकिंग फेफड़ों की सबसे बड़ी दुश्मन है, यह बात सब जानते हैं. लेकिन डॉ. सुनील कुमार यह भी चेतावनी देते हैं कि पैसिव स्मोकिंग, यानी दूसरों के धुएं में सांस लेना भी उतना ही खतरनाक है. सिगरेट या बीड़ी का धुआं फेफड़ों की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचाता है और समय से पहले उन्हें बूढ़ा बना देता है.

Advertisement

क्या करें?

  • धूम्रपान तुरंत छोड़ें.
  • धुएं वाले माहौल से दूरी बनाएं.
  • बच्चों और बुजुर्गों को स्मोकिंग से दूर रखें.

हेल्दी लंग्स के लिए डॉ. सुनील कुमार ने बताए कुछ सीक्रेट्स:

डॉ. सुनील कुमार के मुताबिक, फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ आसान आदतें अपनाई जा सकती हैं:

  • रोज गहरी सांस लेने का अभ्यास करें.
  • ताजी हवा में समय बिताएं.
  • फेफड़ों को मजबूत बनाने वाले योगासन और प्राणायाम करें.
  • सर्दी-खांसी को नजरअंदाज न करें, समय पर इलाज कराएं.
  • बैलेंस डाइट लें, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर हों.

क्यों जरूरी है फेफड़ों की समय पर देखभाल?

अगर फेफड़े कमजोर हो जाएं, तो सिर्फ सांस की दिक्कत ही नहीं होती, बल्कि थकान, इम्यूनिटी की कमी और गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. डॉ. सुनील कुमार मानते हैं कि हेल्दी लंग्स लंबी और सक्रिय जिंदगी की कुंजी हैं.

ये भी पढ़ें: नींद पूरी करने से ज्यादा जरूरी है सही समय पर सोना, जानिए देर रात तक जागने के नुकसान

Advertisement

अगर आप चाहते हैं कि आपके फेफड़े उम्र के साथ जवान बने रहें, तो आज ही अपनी इन रोज की आदतों पर ध्यान दें. छोटे-छोटे बदलाव आपके फेफड़ों को 10 साल पहले बूढ़ा होने से बचा सकते हैं.

(यह लेख डॉ. सुनील कुमार, प्रोफेसर और हेड सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एम्स दिल्ली से बातचीत पर आधारित है.)

फेफड़ों को हेल्दी और मजबूत कैसे बनाएं? डॉक्टर से जानें लंग्स की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए क्या करें

Featured Video Of The Day
UP में जहां चला योगी बुलडोजर, वहां से NDTV की GROUND REPORT | CM Yogi | Tawqir Raza | Dopahar Damdar