Yoga For Summer: गर्मियों में शांत और एनर्जेटिक रखेंगे ये 4 योग आसन, हर रोज परफॉर्म करने से मिलेगा आपको गजब का फायदा, ये रहा तरीका

Summer Yoga Poses: गर्मियों में एनर्जी की कमी, डिहाइड्रेशन, जल्दी थकान होना आम बात है. ऐसे में लाजमी हो जाता है कि आप अपनी सेहत और शरीर का ध्यान रखें. यहां कुछ योग आसन हैं जिन्हें गर्मियों में करने से पूरे दिन एनर्जी बनी रहेगी और थकान से भी राहत मिल सकती है.

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Yoga Poses For Summer: गर्मियों में योग आपको शांत और एनर्जेटिक रख सकता है.

Yogasanas For Summer: गर्मियों के दिनों में अपने शरीर का अधिक ध्यान रखना जरूरी होता है. गर्मियों में एनर्जी की कमी, डिहाइड्रेशन, जल्दी थकान होना आम बात है. ऐसे में लाजमी हो जाता है कि आप अपनी सेहत और शरीर का ध्यान रखें. उम्र बढ़ने के साथ ही एनर्जी का लेवल कम होने लगता है और बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. गर्मियां अक्सर आपको अशांत महसूस करवा सकती हैं. ऐसे में खुद को शांत और हेल्दी रखने के लिए योग हमेशा हमारे लिए कारगर होता है. यहां हम कुछ योग आसानों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें हर किसी को करना चाहिए.

गर्मियों में किए जाने वाले योग आसन | Best Summer Yoga Asanas

1) सवासन

जमीन पर मैट बिछा लें और पीठ के बल सीधे हो कर लेट जाएं. इस दौरान आप अपने मसल्स को शांत करें और गहरी सांस लें. गर्मी के दिनों में जब टेंपरेचर बढ़ जाता है, तो ये आसन मन और शरीर को आराम देने में मदद करता है. पसीने की वजह से शरीर से निकली एनर्जी को दोबारा रिफ्यूल करने में इस आसन से मदद मिल सकती है.

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2) बद्ध कोणासन

आप अपने घुटनों को मोड़ें ताकि दोनों पैरों के तलवे एक दूसरे के संपर्क में हों और आपके घुटने आपकी बॉडी के ऊपरी हिस्से से फैले हुए हों. बद्ध कोणासन को लोग बटरफ्लाई पोजिशन भी कहते हैं. बद्ध कोणासन पीठ के दर्द में आराम देने के साथ ही आपकी जांघों और कूल्हों को फैलाता है, साथ ही चिंता और थकान को कम करने में मदद करता है.

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ये योगासन चिंता और थकान को कम करने में मदद कर सकता है. (सांकेतिक तस्वीर) Photo Credit: iStock

3) ताड़ासन

अपने पैरों को एक साथ, पैरेलल रखें और कूल्हे अलग रखें. अपनी हाथों को अपने बगल में पकड़ें, अपने पैर की उंगलियों को फैलाएं और उन्हें जमीन पर मजबूती से रखें. अपना वजन दोनों पैरों पर बराबर रखें. रेगुलर करने से ये आसन कमर दर्द से राहत दिला सकता है, साथ ही यह ब्रीदिंग को भी कंट्रोल करने में भी मदद करता है.

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4) मुक्तासन

मुक्तासन को करने के लिए सबसे पहले, अपने पैरों (legs) को फैला लें और बैठें. एक घुटना मुड़ा हुआ हो, और आपकी एड़ी सीधे आपके मूलाधार (perineum) के पास हो. दूसरे घुटने को भी मोड़ें, ताकि एक पैर दूसरे के बगल में हो, इस स्थिति में एड़ी टखने के संपर्क में रहें. यह पोजीशन ऊर्जा वापस पाने, पीठ के दर्द को आराम देने और शरीर को फ्लेक्सिबल बनाता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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