गुजरात में असंतोष के हल्केफुल्के सुरों के बीच नई कैबिनेट ने शपथ ग्रहण कर ली है. राजेंद्र त्रिवेदी, जीतू वघानी, ऋषिकेश पटेल, पूर्णेश मोदी और राघवजी पटेल ने मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है. इनके अलावा कनुभाई देसाई, किरीट सिंह राणा, नरेश पटेल, प्रदीप परमार, अर्जुन सिंह चौहान ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.गौरतलब है कि बीजेपी ने गुजरात (Gujara) में नेतृत्व में परिवर्तन बिना किसी 'परेशानी' के होने की उम्मीद लगाई थी और जब भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) ने नए सीएम के तौर पर शपथ ली तो सारे संकेत ऐसे ही मिले. विजय रूपानी ने बिना किसी विरोध के सीएम पद से इस्तीफा दिया और भूपेंद्र पटेल ने नए सीएम के रूप में शपथ ली. थोड़ा बहुत असंतोष उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल (Nitin Patel) की ओर से ही सामने आया जो सीएम का पद उनके हिस्से में आने की उम्मीद लगाए हुए थे. कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को आयोजित होना था, लेकिन सारी व्यवस्था होने के बावजूद इसे अंतिम समय में गुरुवार के लिए टाल दिया गया था. सूत्रों के अनुसार, नई कैबिनेट के मंत्रियों के नामों को लेकर मतभेद, बुधवार को कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह को टाले जाने का कारण था.
यह शपथ ग्रहण समारोह ऐसे वक्त में हो रहा, जब राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए करीब एक साल ही रह गया है. पहली बार विधायक चुने गए, पटेल (59) ने पिछले शनिवार को विजय रूपाणी के अचानक इस्तीफा दे देने के बाद सोमवार को गुजरात के नये मुख्यमंत्री का प्रभार संभाला है .
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेतृत्व ने इस बार नये चेहरों को शामिल करने और पुराने लगभग सभी मंत्रियों, यहां तक कि उन वरिष्ठ नेताओं को भी हटाने का फैसला किया है जो पूर्ववर्ती रूपाणी सरकार का हिस्सा थे. कई लोगों का मानना है कि पुराने चेहरों को जगह न दिया जाने का यह फार्मूला 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रस्तावित किया गया है क्योंकि दो दशक से ज्यादा वक्त से गुजरात में सत्ता में रही भाजपा साफ-सुथरी छवि के साथ मतदाताओं के बीच जाना चाहती है. (भाषा से भी इनपुट)
- - ये भी पढ़ें - -
* भारत में पिछले 24 घंटे में नए COVID-19 केसों में लगभग 12.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी
* सीएम योगी का ट्वीट- नौकरी नीलाम करेंगे तो घर नीलाम कर देंगे- यूजर्स बोले- पहले दे तो दीजिए
* Video: "घाटी में रहने वाले सभी हिंदू कश्मीरी पंडित नहीं हैं": जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट