पुरस्कार समारोह में कप्तान लुका मोड्रिक के आंसू पौंछती क्रोएशियाई राष्ट्रपति
खास बातें
- दुनिया भर से मिल रही क्रोएशिया को प्रशंसा
- सोशल मीडिया ने लोग ने की जमकर सराहना
- क्रोएशियाई राष्ट्रपित कोलिंदा ग्रैबर कितारोविच ने सभी का दिल जीता
नई दिल्ली: क्रोएशिया की टीम रूस में रविवार को खेले गए फाइनल (मैच रिपोर्ट) 21वें विश्व कप का खिताब जीतने में नाकाम रहा, लेकिन उसकी टीम, खिलाड़ियों और यहां तक की उसकी राष्ट्रपति कोलिंदा ग्रैबर कितारोविच के रवैये ने दुनिया भर का दिल जीत लिया. Best of World Cup 2018 की खास बातों के तहत समूची दुनिया में क्रोएशिया टीम की प्रशंसा हो रही है. और सोशल मीडिया पर लोग जमकर क्रोएशियाई टीम के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं. और उसके प्रति सहानुभूति प्रकट कर रहे हैं. अगर, लोगों का प्यार इस टीम के प्रति उमड़ रहा है, तो इसकी वजह यह है कि क्रोएशिया टीम ने कई कारनामे ऐसे किए हैं, जिसके चलते लोग इस टीम के दीवाने हो गए. चलिए हम Best of World Cup 2018 के खास पलों के तहत आपको बारी-बारी से क्रोएशिया टीम की खास बातों के बारे में बताते हैं.
सर्वश्रेष्ठ अटैक: आंकड़ों के हिसाब से टूर्नामेंट में सबसे बेहतरीन आक्रमण क्रोएशिया का रहा. लुका मोड्रिक की टीम ने प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ 352 बार हमला बोला.
सर्वश्रेष्ठ डिफेंस: अटैक ही नहीं, क्रोएशिया का डिफेंस भी सब टीमों में सबसे अच्छा रहा. रक्षा की बात करें, तो इसमें गेंद को क्लीयर करना, टैकल और सेविंग तीनों चीज शामिल हैं. इस आधिकारिक पैमाने पर खरा उतरते हुए क्रोएशिया की टीम 301 बार बचाव करते हुए टूर्नामेंट में सबसे मजबूत डिफेंस होने वाली टीम बन गई.
यह भी पढ़ें: FIFA WORLD CUP 2018: इंग्लैंड के हैरी केन को 'गोल्डन बूट', टूर्नामेंट में सर्वाधिक 6 गोल दागे
इवान पेरिसिच का रिकॉर्ड: फाइनल में गोल करने वाले क्रोएशिया के इवान पेरिसिक ने मैचों के दौरान 72 किमी. की दौड़ लगाई. टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा. पेरिसिक की यह दौड़ उसके खिलाड़ियों की मेहनत का एक बड़ा सबूत है.
लुका मोड्रिक बने बेस्ट प्लेयर: क्रोएशियाई टीम के लुका मोड्रिक बेल्जियम के इडेन हैजार्ड और फ्रांस के एंटोनी ग्रीजमैन को पछाड़ कर टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का इनाम जीतने में कामयाब रहे. उन्होंने गोल्डन बॉल के प्रतिष्ठित ट्रॉफी से नवाजा गया. यह पुरस्कार साल 1982 से दिया जा रहा है.
VIDEO: फ्रांस ने साल 1998 के बाद फिर से विश्व कप जीत का इतिहास दोहराया.
अब आप खुद सोचिए कि बेस्ट अटैक और बेस्ट डिफेंस, लेकिन इसके बावजूद भी क्रोएशियाई टीम खिताब नहीं जीत सकी. इससे साबित होता है कि जरूरी नहीं कि बेहतरीन आंकड़े होते हुए भीआप विश्व कप जीत ही जाएं. महत्वपूर्ण यह है कि करो-मरो की जंग में आप कैसा खेल दिखाते हैं. और फाइनल के दूसरे हाफ में फ्रांस की तेजी के सामने क्रोएशियाई डिफेंस पूरी तरह तार-तार हो गया.