Healthy Lung Vitamins: सर्दियां आते ही हवा में पॉल्यूशन लेवल तेजी से बढ़ने लगता है. तापमान कम होने पर हवा का प्रवाह धीमा हो जाता है और वातावरण में मौजूद धूल, धुआं, पराग कण और इंडस्ट्रियल पार्टिकल्स हवा में ही फंसकर हमारे फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं. यही वजह है कि सर्दियों में कई लोग सांस फूलने, खांसी, गले में जलन, थकान और छाती भारी लगने जैसी समस्याओं का सामना करते हैं. खासकर जो लोग पहले से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या एलर्जी से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह समय और भी खतरनाक हो सकती है.
लेकिन अच्छी बात यह है कि हमारा शरीर खुद को बचाने की क्षमता रखता है. जरूरत है उसे सही पोषक तत्व देने की. फेफड़ों की कोशिकाएं प्रदूषण के कारण तेजी से नुकसान झेलती हैं और इन्हें सपोर्ट करने के लिए कुछ खास विटामिन बहुत जरूरी माने जाते हैं.
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ये विटामिन हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और फेफड़ों के टिश्यू को रिपेयर करने में मदद करते हैं. तो आइए जानें कौन से तीन विटामिन सर्दियों में आपके फेफड़ों का ढाल बनकर उन्हें पॉल्यूशन के खतरे से सुरक्षित रख सकते हैं.
पॉल्यूशन से लड़ने और हेल्दी लंग्स के लिए बेस्ट विटामिन्स | Best Vitamins to Fight Pollution and Maintain Healthy Lungs
1. विटामिन A करता है लंग्स टिश्यू की मरम्मत
विटामिन A एक फैट सॉल्यूबल (वसा में घुलने वाला) पोषक तत्व है, जो फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए बेहद जरूरी है. यह बॉडी सेल्स को रिजनरेट करने की क्षमता को बढ़ाता है और फेफड़ों की लंग लाइनिंग को मजबूत करता है. जब हम प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं, तो सबसे पहले यही परत प्रभावित होती है.
- विटामिन A टिश्यू की मरम्मत को तेज करता है.
- यह शरीर की इम्यूनिटी पावर को बढ़ाकर संक्रमण से बचाता है.
- भ्रूण के लंग्स ग्रोथ में भी यह बड़ी भूमिका निभाता है.
ध्यान देने वाली बात है कि विटामिन A शरीर में लंबे समय तक जमा रहता है, इसलिए इसकी बहुत ज्यादा मात्रा लेना सही नहीं. जरूरत के अनुसार ही इसका सेवन फायदेमंद है.
विटामिन ए से भरपूर फूड्स: गाजर, ब्रोकली, फोर्टिफाइड सीरियल, मछली, डेयरी, खरबूजा, स्क्वैश.
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2. विटामिन C प्रदूषण से होने वाली सूजन का सबसे बड़ा दुश्मन
विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो फेफड़ों में जमा होने वाले टॉक्सिन्स और फ्री रेडिकल्स से लड़ता है. सिगरेट का धुआं, गाड़ियों का स्मॉग और हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व इन सबका असर फेफड़ों पर सीधा पड़ता है और सूजन बढ़ती है.
- विटामिन C फेफड़ों की कार्यक्षमता सुधारता है.
- सूजन को कम कर फेफड़ों को ब्रीदिंग के दौरान राहत देता है.
- व्यायाम के बाद होने वाले सांस से जुड़े लक्षणों को कम कर सकता है.
2014 में जर्नल ऑफ एलर्जी, अस्थमा एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन C का सेवन श्वसन लक्षणों को लगभग आधा कर सकता है.
विटामिन सी के स्रोत: अमरूद, नींबू, संतरा, कीवी, जामुन, केल, ब्रोकली, शिमला मिर्च.
3. विटामिन D सर्दियों में फेफड़ों का गुप्त रक्षक
विटामिन D को अक्सर हड्डियों के लिए जरूरी माना जाता है, लेकिन यह फेफड़ों के लिए भी उतना ही जरूरी है. विटामिन D का लेवल रेस्पिरेटरी इंफेक्शन, घरघराहट, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के जोखिम को बढ़ाता है.
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- यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है.
- सीओपीडी जैसी गंभीर बीमारियों की जटिलताओं को कम कर सकता है.
- फेफड़ों की क्षमता और हवा पकड़ने की शक्ति को बढ़ाता है.
सर्दियों में धूप कम मिलती है, इसलिए विटामिन डी की कमी और भी बढ़ सकती है.
विटामिन D स्रोत: धूप, टूना, सैल्मन, सार्डिन, सीप, अंडे की जर्दी.
प्रदूषण पूरी तरह खत्म नहीं हो सकता, लेकिन अपने शरीर को मजबूत बनाकर उसके असर को काफी कम किया जा सकता है. विटामिन A, C और D फेफड़ों को अंदर से सुरक्षा देते हैं, टिश्यू की मरम्मत करते हैं और संक्रमण से बचाते हैं. सर्दियों में इन तीनों विटामिनों को डाइट में शामिल करके आप अपनी सांसों को मजबूत और सुरक्षित बना सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














