कहीं आप भी तो गलत तरीके से नहीं खा रहे हैं बादाम, एक्सपर्ट ने बताया खाने का सही तरीका और मात्रा तभी मिलेगा फायदा

Badam Khane ka Sahi Tarika: अगर आप बी बादाम मको हेल्दी समझकर खा रहे हैं और इसके पूरे फायदे उठाना चाहते हैं तो आपको इसको खाने का सही तरीका, सही समय और सही मात्रा जरूर पता होनी चाहिए. वरना आप इसके लाभ नहीं उठा पाएंगे.

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बादाम सही तरीके से खाएंगे तभी मिलेंगे फायदे.

Almonds Benefits: बात करें बादाम की तो ये हम सभी के लिए बेहद फायदेमंद है. लेकिन तभी जब आप इसका सेवन सही तरीके से करते हैं. अगर आप बादाम को भिगोए बिना खाते हैं तो इसके पूरे फायदे आपको नहीं मिल पाते हैं. अगर बात सिर्फ फायदों तक ही सीमित हो फिर भी ठीक है, लेकिन बादाम को बिना भिगोए खाने से फायदे तो फायदे कई बार नुकसान भी हो सकता है. आर्युवेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने बादाम को सही तरीके से खाने का तरीका बताया है और इसके फायदों के बारे में भी बताया है. आइए जानते हैं क्या है इसे खाने का सही तरीका.

बादाम खाने का सही तरीका 

  • बादाम को बिना भिगोए खाते हैं तो इन्हें डाइजेस्ट करना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है. खासकर अगर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम कमजोर है तो इससे पेट में भारीपन और दर्द हो सकता है. 
  • बादाम की सिक्न की फाइटिक एसिड और टैनिंस होते हैं और ये दोनों ही चीजें ऐसी हैं जो हमारी बॉडी में कुछ खास जरूरी मिनरल्स जैसे कैल्शियम और आयरन के अब्जार्पशन को ब्लॉक कर देती हैं.
  • जब आप बादाम को पानी में भिगो देते हैं तो उससे इसकी न्यूट्रीशन वेल्यू बढ़ जाती है और इसका हजम करना आसान हो जाता है. पानी में भिगोने से ये सॉफ्ट हो जाते हैं जिससे इनको डाइजेस्ट करना आसान हो जाता है. 
  • बादाम को पानी में भिगोने से इसके अंदर कुछ एंजाइम्स जैसे लॉपेज एक्टिव हो जाते हैं जो फैट्स की डाइजेशन के लिए जरूरी होता है. 
  • बादाम को भिगोने से इसके अंदर पाए जाने वाले विटामिन ई, बी और एंटीऑक्सीडेंट हमारी बॉडी में अच्छी तरह से प्रोसेस कर पाते हैं.

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आर्युवेद में बादाम का महत्व ( Almonds Importance in Ayurveda)

आर्युवेद की बात करें तो इसमें भीगे हुए बादाम को सेहत का खजाना माना गया है. आर्युवेद के हिसाब से बादाम की तासीर गर्म होती है और इसलिए ये उन लोगों के लिए परेशानी पैदा कर सकता है जिन्हें एसिडिटी, बॉडी हीट या फिर पित्त दोष बढ़ा हुआ हो. बादाम को पानी में भिगोने से इसकी तासीर थोड़ी सी कम हो जाती है. 

भीगे हुए बादाम हमारी बॉडी में तीनों दोषों को कम करने में भी मदद करते हैं. भीगे हुए बादाम का नेचुरल ऑयल ड्राई और रफ वात दोष को सूद करता है और इसका छिल्का उतारकर खाने से इसमें मौजूद पित्त दोष बढ़ाने वाले कंपाउंड निकल जाते हैं और क्योंकि ये बिना भीगे बादाम की तुलना में लाइट होता है तो इससे कफ दोष भी बढ़ने से बच जाता है. भीगे हुए बादाम बॉडी की धातुओं को भी नरिश करते हैं. 

बादाम भिगोने का सही तरीका और मात्रा

  • भीगे हुए बादाम को खाने का बेस्ट टाइम है सुबह खाली पेट.
  • रोजाना सिर्फ 5-8 भीगे बादाम खाना काफी है. लेकिन अगर आपका एक्टिविटी लेवल ज्यादा है. या आप बहुत ज्यादा मसल ट्रेनिंग करते हैं और एथलीट हैं तो ऐसे में आप इससे ज्यादा भी इसको खा सकते हैं. 
  • रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में बादाम को भिगो देना है और सुबह इसका छिलका हटाकर इसे चबा-चबाकर पानी या दूध के साथ खा लीजिए. आपकी ये छोटी सी आदत आपकी सेहत पर बड़ा असर दिखा सकती है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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