Navratri 2021: साबूदाने से बनी डिश के बिना कोई भी भारतीय उपवास पूरा नहीं होता. नमकीन खिचड़ी हो या मीठी खीर, साबूदाने से बने व्यंजन आपके उपवास को हेल्दी और टेस्टी बना सकते हैं. साबूदाने को कसावा प्लांट से एक्सट्रैक्ट किया जाता है. कसावा प्लांट की जड़ को टैपिओका कहा जाता है. साबूदाने के कई सारे हेल्थ बेनिफिट है. इसके कुछ साइड इफेक्ट भी है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि साबूदाने के बनने की प्रोसेस? इसके हेल्थ बेनिफिट और साइड इफेक्ट:
साबूदाना कैसे बनता है?
साबूदाने को बनाने के लिए सबसे पहले कसावा प्लांट (cassava plant) के कंद को निकाल लिया जाता है. इन कंदों को टैपिओका (tapioca) कहा जाता है. इसके बाद इसे प्रोसेसिंग के लिए फैक्ट्री में ले जाया जाता है. साफ पानी से धोने के बाद इसे कंद से छिलके को अलग कर लिया जाता है. क्रशिंग मशीन में पीस कर दूध की तरह बना लिया जाता है. इसे छलनी से अच्छी तरह से छान लिया जाता है. दूध की तरह दिखने वाले इस लिक्विड को अब कंटेनर में फेटा जाता है. कुछ घंटों में ये सूख जाता है. हल्ले गीले पाउडर को साइजिंग मशीन में गोल आकार दिया जाता है.
सेहत के लिए कितना फायदेमंद है साबूदाना?
1. पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है
साबूदाना को खाने के कई सारे हेल्थ बेनिफिट है. साबूदाना स्टार्च और साधारण शर्करा से भरा होता है जो सेल और टिशू के बायोकेमिकल फंक्शन और एनर्जी की पूर्ति के लिए शरीर में आसानी से मेटाबोलाइज्ड हो होकर ग्लूकोज जनरेट करता है. वर्कआउट के बाद और उपवास के लिए यह आदर्श भोजन है, क्योंकि यह शरीर को ऊर्जा से भर देता है और थकान, चक्कर आना, सिरदर्द से बचाता है.
2. वजन बढ़ाने में फायदेमंद
यदि आप एक ऐसे खाद्य स्रोत की तलाश कर रहे हैं जो आपको कुछ वजन बढ़ाने में मदद कर सके, तो साबूदाने को अपने आहार में शामिल करें. कार्ब्स से भरपूर, साबूदाना इंटरनल ऑर्गन को प्रोटेक्ट करने के लिए शरीर में आवश्यक फैट टिशू के निर्माण में मदद करता है. यह उन सभी लोगों के लिए अच्छा है जिनका वजन कम है.
3. गर्भवती के लिए अच्छा
गर्भवती महिलाएं भी अपने आहार में साबूदाना को शामिल कर सकती हैं क्योंकि यह अजन्मे बच्चे की हेल्थ ग्रोथ में मदद करता है. विटामिन बी6 और फोलेट से भरपूर भोजन भ्रूण के ग्रोथ और डेवलपमेंट में मदद कर सकता है. यह शिशुओं में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट को भी रोकता है.
4. हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकता है
साबूदाना कैल्शियम और मैग्नीशियम का भी एक अच्छा स्रोत है, जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने और उनकी डेंसिटी में सुधार करने में मदद कर सकता है. नियमित रूप से साबूदाना खाने से ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया के खतरे को कम किया जा सकता है.
5. यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है
हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) आज के समय में एक आम समस्या है. जहां घरेलू उपचार और गोलियां आपके रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद कर सकती हैं, वहीं आहार एक और चीज है जिससे लाभ हो सकता है. साबूदाना पोटेशियम से भरपूर होने के कारण आपके रक्तचाप को नियंत्रण में रखता है. यह हृदय पर तनाव को कम करता है और स्ट्रोक और दिल के दौरे की संभावना को कम करता है.
साबूदाना के साइड इफेक्ट
अधिकांश स्वस्थ लोगों में, साबूदाना से कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होता है. वजन घटाने वाले आहार के साथ साबूदाने का नियमित रूप से सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि यह कैलोरी और स्टार्च से भरपूर होता है. इसके अलावा, बहुत अधिक साबूदाने के सेवन से पाचन संबंधी विकार जैसे सूजन, कब्ज, विशेष रूप से मधुमेह और हृदय रोग से पीड़ित लोगों में हो सकते हैं. सबसे अहम बात है कि साबूदाने की कई व्यंजन काफी तेल के साथ बनाए जाते हैं. ऐसे में साबूदाना भले ही सेहत के लिए हानिकारक न हो लेकिन ज्यादा तेल के साथ इसका सेवन ठीक नहीं है.
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