महिलाओं के लिए चमत्कारी है ये 'जड़ी-बूटी', गर्भधारण को बनाती है आसान, यू खाया तो हो जाएगा कमाल

मरियम बूटी, जिसे वैज्ञानिक भाषा में 'अनास्ताटिका हिरोचंटिका' कहा जाता है, एक खास औषधीय पौधा है, जो रेगिस्तानी इलाकों में पाया जाता है. इसे काफ मरियम या 'चजरत मरियम' (मैरी का पौधा) के नाम से भी जाना जाता है. यह महिलाओं के लिए किसी चमत्कार से कम नही है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है इसका सेवन.

मरियम बूटी, जिसे वैज्ञानिक भाषा में 'अनास्ताटिका हिरोचंटिका' कहा जाता है, एक खास औषधीय पौधा है, जो रेगिस्तानी इलाकों में पाया जाता है. इसे काफ मरियम या 'चजरत मरियम' (मैरी का पौधा) के नाम से भी जाना जाता है. यह पौधा सहारा, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के शुष्क इलाकों में पाया जाता है और बेहद कठोर परिस्थितियों में भी जीवित रह सकता है. बिना किसी खास देखभाल या खाद-पानी के यह अपने औषधीय गुणों को बरकरार रखता है. मरियम बूटी का रंग हल्का भूरा या धूसर होता है. इसकी पत्तियों, तनों और जड़ों में कई तरह के खनिज और औषधीय तत्व मौजूद होते हैं. इस पौधे में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं और यह पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में कई रोगों के इलाज में उपयोग किया जाता है.

रिसर्च गेट की जून 2012 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, मरियम बूटी को खासतौर पर महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं में उपयोगी माना जाता है. यह बूटी गर्भाशय को मजबूत करने, गर्भधारण में मदद करने और प्रसव को आसान बनाने के लिए पारंपरिक रूप से इस्तेमाल होती रही है. माना जाता है कि यह मासिक धर्म की ऐंठन, बांझपन, थकान, सिरदर्द, उच्च रक्तचाप, अवसाद और अस्थमा जैसी समस्याओं में राहत देती है.

क्या आप जानते हैं नारियल पानी पीने का सही तरीका, ये चीज मिलाकर पीने से मिलेंगे दोगुने फायदे

शोध में पाया गया है कि मरियम बूटी के तने, जड़ और पत्तियों में मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, आयरन, कॉपर और जिंक जैसे महत्वपूर्ण खनिज पाए जाते हैं. इसके साथ ही इसमें फेनोलिक यौगिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी भरपूर होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं. अगर महिलाएं गर्भधारण में कठिनाई का सामना कर रही हैं या प्रसव के समय कठिनाई होती है, तो मरियम बूटी का पानी पीना लाभकारी माना जाता है. एक्सपर्ट के अनुसार, इसका तरीका सरल है. मरियम फूल को पानी में भिगोकर कुछ घंटे छोड़ दें. जब फूल पूरी तरह से खुल जाए, तब उस पानी को छानकर पी लें. अगर इसे लगातार 7 दिन तक सुबह-शाम पिया जाए, तो यह गर्भधारण में मदद कर सकता है.

Advertisement

यह पौधा मदीना (सऊदी अरब) के उहुद पर्वत के पास के बाजारों में आसानी से मिल जाता है. मरियम बूटी एक प्राकृतिक औषधि है जो न केवल पारंपरिक चिकित्सा में बल्कि आधुनिक शोधों में भी कारगर पाई गई है.

Advertisement

History of Samosa- Swaad Ka Safar | समोसे का इतिहास | जानें ईरान से भारत कैसे पहुंचा समोसा

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Char Dham Yatra 2025: 30 दिन में 4 Helicopter हादसे, क्या हवाई सफर सुरक्षित है? | NDTV India