Jaggery Making Process: क्या आप जानते हैं फैक्टरी में कैसे बनता है गुड़, वीडियो देखकर...

Jaggery Making In Factory: गुड़ बनाने के वायरल वीडियो पर खूब व्यूज और कमेंट्स आ रहे हैं. जहां कुछ लोग हाइजीन को लेकर चिंतित हैं, वहीं अन्य लोग फैक्ट्री वर्कर की कड़ी मेहनत की सराहना कर रहे हैं.

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Jaggery Making In Factory: फैक्टरी में कैसे बनता है गुड़.

भारत में, मिठाइयों के प्रति प्रेम कुलिनरी कल्चर में गहराई से समाया हुआ है, और चीनी का एक पॉपुलर ऑप्शन गुड़ है. रिफाइंड शुगर के विपरीत, गुड़ लेस प्रोसेस्ड होता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इसमें आवश्यक खनिज और विटामिन बरकरार रहें. यह नैचुरल स्वीटनर न केवल भारतीय व्यंजनों के लिए एक स्वादिष्ट एक्स्ट्रा है बल्कि इसमें संभावित स्वास्थ्य लाभ भी हैं. एंटीऑक्सीडेंट और खनिजों से भरपूर, गुड़ को व्यंजनों में मिठास जोड़ने के लिए एक पौष्टिक इंग्रीडिएंट माना जाता है. गुड़ को गन्ने के रस या ताड़ के रस को गर्म करके, इसके रिच, मिट्टी के फ्लेवर को बरकरार रखते हुए बनाया जाता है. इंस्टाग्राम पर एक फूड पेज "foodiesfab_india" ने फैक्टरी में गन्ने से गुड़ प्रोड्क्शन की प्रोसेस का एक वीडियो साझा किया है. इस क्लिप ने इंटरनेट को हाइजीन रिलेटेड चिंता में डाल दिया है.

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क्लिप में, हम फैक्टरी के वर्कर को गन्ने का रस निकालने के लिए मशीन से क्रश्ड हुए देखते हैं. फिर रस को उबाला जाता है और तब तक हिलाया जाता है जब तक कि यह गाढ़ा न हो जाए और क्रिस्टल न बन जाए. फिर वे कलर को बढ़ाने के लिए लिक्विड में फूड कलर मिलाते हैं. फिर गन्ने के मिश्रण को ठंडा होने और जमने के लिए छोड़ दिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप अनरिफाइंड, ब्राउन कलर का गुड़ बनता है. वर्कर गुड़ को सूखने से पहले हाथ से मोल्ड करत हैं, उसके बाद मोल्ड हुए गुड़ को बक्सों में पैक करते हैं.

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यहां देखें पूरा वीडियोः  

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वायरल वीडियो पर खूब व्यूज और कमेंट्स आ रहे हैं. जहां कुछ लोग हाइजीन को लेकर चिंतित हैं, वहीं अन्य लोग फैक्ट्री वर्कर की कड़ी मेहनत की सराहना कर रहे हैं.

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एक यूजर ने कमेंट किया, "इन लोगों के लिए बहुत सम्मान है जो इतने कम वेतन में इतनी मेहनत करते हैं."

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एक अन्य ने कमेंट किया, "क्या यह मानव उपभोग के लिए है?"

एक कमेंट में कहा गया, "मुझे नहीं पता कि मैंने कितनी बार उल्टियां कीं," जबकि किसी ने कहा, "कुछ रंग क्यों जोड़ें? यह हमारे शरीर के लिए हेल्दी नहीं है.”

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हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने इस प्रोसेस का समर्थन किया. एक यूजर ने कमेंट किया, ''इस क्वालिटी का गुड़ खाने के बाद मेरे दादाजी 93 साल के हैं और आज भी चश्मा नहीं पहनते हैं और आज भी वह खेत में 1 मील पैदल चलते हैं.''

आप इस गुड़ बनाने वाले वीडियो के बारे में क्या सोचते हैं? हमें कमेंट में बताएं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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