Eye Care: बढ़ती उम्र के साथ ही आंखें कमजोर होने लग जाती हैं. लेकिन आज के समय में आंखों का कमजोर होना बढ़ती उम्र की निशानी नही है बल्कि आजकल लोगों का लाइफस्टाइल, मोबाइल में हर वक्त लगे रहना. ये सभी वजहें भी आंखों के कमजोर (Weak Eyesight) होने की वजह बन सकती हैं. जिस वजह से छोटे बच्चों के भी चश्मा लग जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ घरेलू नुस्खे ऐसे हैं जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. आप अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजों को शामिल कर सकते हैं जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं वो फूड आइटम्स-
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या खाएं (Foods that increase eye sight )
आंखों की रोशनी बेहतर बनाने के लिए डाइट में ऐसी चीजें शामिल करने की सलाह दी जाती हैं जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है.
मछली
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप मछली का सेवन कर सकते हैं. यदि आप मछली नहीं खाते हैं तो आप मछली के तेल की मिलने वाली कैप्सूल को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. ये आपके आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करती हैं. सैल्मन, टूना, ट्राउन, सार्डिन और हिल्सा जैसी मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.
ड्राई फ्रूट्स
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप अपनी डाइट में ड्राई फ्रूट्स को भी शामिल कर सकते हैं. बता दें कि कई ड्राई फ्रूट्स में ओमेगा - 3 फैटी एसिड और विटामिन ई पाया जाता है जो आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है. इसके लिए आप अखरोट, काजू, बादाम, मूंगफली को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
खट्टे फल
खट्टे फलों का सेवन भी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकता है. खट्टे फल जैसी नींबू, संतरा, मौसमी फल और विटामिन सी से भरपूर चीजों का सेवन कर सकते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकता है.
पत्तेदार सब्जियां
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल कर सकते हैं. यह ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जो आंखों के लिए फायदेमंद हो सकती हैं. आप गोभी, पालक, मेथी, गाजर जैसी चीजों को डाइट में शामिल कर सकते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)