चावल (Rice) भारत में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले मील में से एक है. यह न केवल पेट भरता है बल्कि शरीर को पर्याप्त ऊर्जा भी प्रदान करता है. आप चावल का सेवन बिरयानी, पुलाव, इडली, खीर आदि के रूप में कर सकते हैं. इसका सेवन ज्यादातर साउथ इंडिया और देश के पूर्वी क्षेत्र में किया जाता है. दिलचस्प बात यह है कि भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है. सबसे बड़ा चावल उत्पादक होने के नाते हमारे पास बाजार में चावल की कई किस्में उपलब्ध हैं. यहां लिस्ट देखें.
भारत में उपलब्ध 6 तरह के चावल | 6 Types Of Rice Available In India
1) बासमती चावल
हां, यह लिस्ट और पसंद में सबसे ऊपर है और शायद आप इसे जानते होंगे, क्योंकि ये बिरयानी के लिए बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. लंबे अनाज वाले इस चावल का उत्पादन जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में किया जाता है. लंबी शेल्फ लाइफ, लंबी बनावट और स्वाद इसे सबसे अच्छा विकल्प बनाते हैं.
2) मोगरा चावल
यह बाजार में उपलब्ध सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है. मोगरा का मतलब हिंदी में चमेली है, जैसा कि नाम से पता चलता है कि यह चावल सुगंधित होता है और इसमें हाई मात्रा में स्टार्च होता है. मोगरा चावल पूरे देश में पसंद किया जाता है.
Kitchen Cleaning Hacks: गैस बर्नर में जमा हो गई है गंदगी तो इन टिप्स से झटपट करें दूर..
3) गोविंदभोग चावल
गोविंदभोग चावल की हर बंगाली के दिल में एक खास जगह है. अनाज बासमती चावल जितना लंबा नहीं होता है, हालांकि, इसकी एक अनूठी बनावट, स्वाद और सुगंध होती है.
4) इंद्रायणी चावल
चावल की इस किस्म की खेती महाराष्ट्र के पश्चिमी क्षेत्र में की जाती है. यह अंबेमोहर चावल की एक संकर किस्म है. चावल का उपयोग सादा चावल, मसाला भात, वंगरी भात आदि तैयार करने के लिए किया जाता है.
5) पलक्कड़न मट्टा
इसे केरल के पलक्कड़ जिले में उगाया जाता है. इसे आमतौर पर मट्टा चावल के रूप में जाना जाता है. इस चावल का उपयोग अप्पम, इडली और डोसा बनाने में किया जा सकता है. ऐसा माना जाता है कि पलक्कड़न मट्टा चेरा और चोल राजवंशों के दौरान शाही व्यंजन हुआ करता था.
6) काला चावल
काले चावल को मणिपुर में चक हाओ अमुबी के नाम से जाना जाता है. काले चावल का सेवन आमतौर पर मणिपुर और तमिलनाडु में किया जाता है, विशेष रूप से फंक्शन और सामुदायिक दावतों के दौरान.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.