मुंबई की पवई झील मंगलवार शाम से ओवरफ्लो हो रही है.
मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश हुई है. आईएमडी ने अगले चार दिनों में महाराष्ट्र के लिए भारी बारिश की चेतावनी की है. मुंबई के पास स्थित रायगढ़ जिले में कुंडलिका नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. अंबा, सावित्री, पातालगंगा, उल्हास और गढ़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है. मुंबई की पवई झील भी मंगलवार शाम से ओवरफ्लो हो रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रायगढ़, रत्नागिरी और कुछ अन्य जिलों में बहुत भारी से बेहद भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए 'रेड' और 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है.
बारिश से जुड़ी 10 बड़ी बातें...
- मौसम विभाग की चेतावनी के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने राज्य प्रशासन के अधिकारियों को सावधानी बरतने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई जान-माल का नुकसान न हो.
- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में बाढ़ संभावित और संवेदनशील स्थानों से 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य में सोमवार से भारी बारिश हो रही है, मुंबई सहित शहरी क्षेत्रों से जल-जमाव की जानकारी है.
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल या एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. एक सप्ताह से भी कम समय पहले कार्यभार संभालने वाले मुख्यमंत्री ने बृहन्मुंबई नगर निगम के आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया.
- शिंदे ने कहा, 'मैंने सुबह मुख्य सचिव से कहा कि वे सभी सचिवों को अपने-अपने जिलों का दौरा करने और एनडीआरएफ, वायुसेना, नौसेना और अन्य विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने का निर्देश दें.'
- साथ ही सीएम शिंदे ने कहा कि उन्होंने मुंबई नगर निगम के आयुक्त इकबाल सिंह चहल को निगरानी के लिए एक वार्ड अधिकारी को तैनात करने, फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए अतिरिक्त बेस्ट (नागरिक) और राज्य परिवहन बसों की व्यवस्था करने और उन्हें चाय और नाश्ता उपलब्ध कराने के लिए कहा है.
- वहीं, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों में लगातार मूसलाधार बारिश से इस क्षेत्र में कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ आ गई. दक्षिण कन्नड़ जिला उपायुक्त ने छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहले ही स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने की घोषणा कर दी थी. विट्टल-कासरगोड मार्ग पर सारडका नाके के पास एक पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ. बंटवाल तालुक में कई स्थान जलभराव की स्थिति है. इसके अलावा उल्लाल तालुक में कई घर बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ के कारण तलपडी, देवीपुरा और कोटपुरा वैद्यनाथनगर में मकानों को नुकसान हुआ है.
- इसके अलावा कोटेकर बेरी-डेरलाकटे मार्ग पर यातायात प्रभावित सड़क पर एक बड़ा पेड़ गिर गया. पेड़ गिरने से कई जगहों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. तालुक के सोमेश्वर में भी बाढ़ से कई घर प्रभावित हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, तालुक के पेरमनूर में कल्लौप के पास 20 से अधिक घर जलमग्न हो गए हैं. उप्पुर नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. उडुपी, मणिपाल, मालपे, पेरम और परकला के कुछ हिस्सों से उचित जल निकासी व्यवस्था की कमी के कारण कृत्रिम बाढ़ की सूचना मिली है.
- वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा था. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को शहर में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है. आईएमडी के मुताबिक, साक्षेप आर्द्रता का स्तर शाम में 54 फीसदी था. आईएमडी ने पहले बुधवार के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया था और मध्यम से भारी बारिश या गरज के साथ बारिश होने का अनुमान जताया था.
- दिल्ली में मानसून की पहली बारिश 30 जून की सुबह हुई थी, जिससे भीषण गर्मी से काफी राहत मिली थी.
- मौसम संबंधी चेतावनी के लिए आईएमडी चार रंगों वाले कोड का उपयोग करता है - हरा (कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), पीला (नजर रखें और सतर्क रहें), नारंगी (तैयार रहें) और लाल (कार्रवाई करें).
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