Masik Durga Ashtami 2021: कब है मार्गशीर्ष माह की दुर्गाष्टमी, जानिए शुभ मुहूर्त और व्रत पूजन विधि

Masik Durga Ashtami: प्रत्येक मास में शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन दुर्गा जी के निमित्त व्रत रखने और उनका विधिवत पूजन करने का विधान है. आइए जानते है दुर्गाष्टमी की पूजन का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि.

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Masik Durga Ashtami 2021: इस दिन है मार्गशीर्ष मास की दुर्गाष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त व पूजा विधि
नई दिल्ली:

धार्मिक दृष्टि से मासिक दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व है. इस बार मार्गशीर्ष माह की दुर्गाष्टमी का पूजन 11 दिसंबर, दिन शनिवार को किया जाएगा. बता दें कि हर माह की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami) के रूप में मनाया जाता है. ये तिथि मां दुर्गा को समर्पित होती है. इस दिन मां दुर्गा की पूजा-पाठ के साथ व्रत रखा जाता है. ये इस साल की आखिरी मासिक दुर्गाष्टमी है. मान्यता है कि इस दिन श्रद्धापूर्वक मां दुर्गा का पूजन करने से भक्तों के सभी कष्ट पल भर में दूर हो जाते हैं. आइए जानते है दुर्गाष्टमी की पूजन का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि.

दुर्गाष्टमी शुभ मुहूर्त | Durgashtami Shubh Muhurat

  • मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि प्रारंभ- 10 दिसंबर 2021 दिन शुक्रवार शाम 07 बजकर 09 मिनट से शुरू,
  • मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि समाप्त- 11 दिसंबर 2021 दिन शनिवार शाम 07 बजकर 12 मिनट तक है.

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मां दुर्गा के पूजन के लिए आवश्यक सामग्री | Puja Samagri For Worshiping Maa Durga

रोली या कुमकुम.

नारियल.

मौली(कलावा).

दीपक.

सूखी धूप.

मिष्ठान.

पूजा की सुपारी.

लाल चुनरी.

श्रृंगार का सामान.

अक्षत.

रुई (बाती के लिए).

घी.

लौंग.

पान.

कपूर.

फूल.

फल.

इलायची.

दुर्गाष्टमी पूजन विधि | Durgaashtami Pujan Vidhi

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर और पूजा स्थान की सफाई करें.

स्वयं भी स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.

अब पूजा स्थान पर पूजा करनी हो तो वहां पर गंगाजल का छिड़काव करें.

इसके अलावा एक साफ लकड़ी की चौकी पर लाल आसन बिछाकर उस पर मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें.

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अब माता दुर्गा को लाल रंग की चुनरी चढ़ाएं और श्रृंगार का सामान अर्पित करें.

इसके बाद मां दुर्गा के समक्ष धूप दीप प्रज्वलित करें.

अब माता का कुमकुम, अक्षत से तिलक करें.

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इसके साथ ही मौली, लाल पुष्प, लौंग, कपूर आदि से विधि पूर्वक पूजन करें.

पान के ऊपर सुपारी और इलायची रखकर चौकी पर मां दुर्गा के समक्ष रखें.

इसके बाद मां दुर्गा को फल और मिष्ठान अर्पित करें.

पूजन के दौरान मां दुर्गा का स्मरण करते रहें.

इस बीच दुर्गा चालीसा का पाठ करें.

पूजन पूर्ण होने के बाद मां दुर्गा की आरती करें और पूजन में हुई भूल के लिए क्षमा मांग लें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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