
Bihar teacher news : बिहार में 29 स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है, 3331 स्कूल ऐसे हैं जहां सिर्फ एक या दो शिक्षक हैं. यह जानकारी शिक्षा विभाग की तरफ से सभी जिला अधिकारियों को लिखी गई एक पत्र से सामने आई है. शिक्षा विभाग ने सभी जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है. जमुई, पश्चिम चंपारण, मुंगेर में 4-4 ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी शिक्षक नहीं हैं.
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बांका में 3, गोपालगंज सीतामढ़ी में 2- 2 ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी शिक्षक नहीं है. राज्य में 354 ऐसे स्कूल हैं जहां एक ही शिक्षक है. बांका में ऐसे 65 स्कूल हैं, जबकि पटना में इन स्कूलों की संख्या 57 है. जमुई में 36 और औरंगाबाद में 26 स्कूल सिर्फ 1 शिक्षक के भरोसे चल रहा है.
वहीं, 2977 स्कूल ऐसे हैं जहां सिर्फ दो शिक्षक हैं. बांका में ऐसे 413 स्कूल हैं, पटना में 383, जमुई में 209 स्कूल हैं. इन स्कूलों में पढ़ाई बाधित है. वहीं, 14 हजार 213 स्कूल ऐसे हैं, जहां शिक्षक छात्र अनुपात 40 से अधिक है. विभाग अब इन स्कूलों की समीक्षा कर रहा है. विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने डेप्युटेशन के आधार पर कम शिक्षक वाले विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. विभाग के तय मानकों के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम 3 शिक्षक होने चाहिए.
मिडल स्कूल, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में विषय के विशेषज्ञ शिक्षक उपलब्ध होने चाहिए. शिक्षकों के ट्रांसफर पोस्टिंग के कारण कई विद्यालय शिक्षक विहीन हो गए हैं. विभाग अब इसे ठीक करने में जुटा है.
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