मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के महान रचनाकार थे. उन्होंने हिंदी और उर्दू दोनों भाषाओं में अनेक रचनाएं की, जिनमें उपन्यास, कहानियां, नाटक आदि शामिल हैं. प्रेमचंद यथार्थवादी लेखन के लिए जाने जाते थे. उन्होंने अपने लेखन में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों, उनकी समस्याओं और जीवन के यथार्थ को बड़ी ही सटीकता से चित्रित किया. उनके लेखन में सामाजिक बुराइयों, जैसे जातिवाद, अंधविश्वास, और महिलाओं की स्थिति पर तीखा व्यंग्य देखने को मिलता है.
कलम के सिपाही के नाम से चर्चित प्रेमचंद अपनी रचनाओं में सरल और सहज भाषा का प्रयोग किया करते थे. जिसके कारण उनकी रचनाएं आम जनता तक आसानी से पहुंची. उनकी कहानियों में भारतीय ग्रामीण जीवन की झलक देखने को मिलती है. प्रेमचंद ने हिंदी कहानी को एक स्वतंत्र विधा के रूप में स्थापित किया. उनके लेखन ने समाज में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हिंदी साहित्य को राजा रानियों की कहानी से आगे लेकर जाने और उसे समाज के अंतिम लोगों तक पहुंचाने का श्रेय प्रेमचंद को जाता है.
आइए जानते हैं आप प्रेमचंद को कितना जानते हैं?
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