Lockdown in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस (Coronavirus Cases in Delhi) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. संक्रमण के मामले बढ़ने पर दिल्ली सरकार ने पूरी दिल्ली में आज (सोमवार) रात से लेकर अगले सोमवार तक संपूर्ण कर्फ्यू (Delhi Curfew) लगाया गया है. दिल्ली में लॉकडाउन के ऐलान के बाद प्रवासी मजदूरों के बीच घर लौटने की होड़ मच गई है. काफी संख्या में लोग आनंद विहार समेत अन्य बस अड्डों व रेलवे स्टेशनों पर पहुंच रहे हैं. स्टेशनों पर प्रवासियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
दिल्ली में लॉकडाउन लगने की सूचना मिलते ही न केवल मजदूर तबका बल्कि मध्यमवर्गीय परिवार के नौकरीपेशा लोग भी अपने गांव/शहर लौटने के लिए दिल्ली के बस अड्डों व रेलवे स्टेशनों पर पहुंच रहे हैं. वे लोग आशंकित हैं कि तय मियाद के बाद भी लॉकडाउन आगे बढ़ सकता है, इसलिए वे जल्द से जल्द अपने घर लौटना चाहते हैं.
Delhi Lockdown: लॉकडाउन के दौरान एडमिट कार्ड दिखाकर परीक्षा में शामिल हो सकेंगे छात्र : दिल्ली सरकार
कुछ लोगों ने गांव लौटने की वजह चुनाव भी बताई. दरअसल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव होने वाले हैं. वहीं कुछ लोगों ने कहा कि अब यहां काम नहीं हो रहा है और राशन की परेशानी होने लगी है, लिहाजा वे घर लौट रहे हैं.
लॉकडाउन की जानकारी मिलने के बाद प्रवासी बस अड्डों व रेलवे स्टेशनों की ओर दौड़ पड़े. दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे पर बना फुटओवर ब्रिज लोगों की भीड़ से भरा नजर आया. लोग दीवार फांदकर बस अड्डे में दाखिल होने लगे. यहां से ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश व बिहार जा रहे हैं.
बताते चलें कि दिल्ली में रविवार को कोविड के एक दिन में सबसे ज्यादा 25,462 नए मामले सामने आए, इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी पहुंच गया. संक्रमण की दर 29.74 प्रतिशत होने का मतलब है कि दिल्ली में लगभग प्रत्येक तीसरा नमूना संक्रमित पाया जा रहा है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां दवाओं, बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन की कमी हो रही है, ऐसे में स्वास्थ्य प्रणाली को ध्वस्त होने से बचाने के लिए लॉकडाउन की बहुत जरूरत है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन लगाने का फैसला लेना आसान नहीं था. उन्होंने प्रवासियों से अपील की है कि वे दिल्ली छोड़कर न जाएं. उनका ख्याल रखा जाएगा. लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी. विवाह समारोहों में केवल 50 लोगों के शामिल होने की इजाजत होगी और इसके लिए विशेष पास जारी किए जाएंगे.
VIDEO: दिल्ली : बस-रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़